UP Nikay Chunav 2023: मुरादाबाद से विनोद अग्रवाल भाजपा प्रत्याशी, जानिए सपा, कांग्रेस ने किसपर लगाया है दांव
UP Nikay Chunav 2023: महापौर की सीट इससे पहले भी विनोद अग्रवाल के परिवार का कब्जा रहा है, वह स्वयं दो मर्तबा मेयर का चुनाव जीत चुके हैं, जबकि यहां से दो बार उनकी पत्नी जीत चुकी हैं।
UP Nikay Chunav 2023: लंबी खींचतान के बाद जनपद से मेयर पद के चुनाव का टिकट भारतीय जनता पार्टी की ओर से विनोद अग्रवाल की झोली में आया है। उनके सामने टिकट के दो दर्जन से ज्यादा दावेदार थे, लेकिन पार्टी ने फिर विनोद अग्रवाल पर भरोसा जताते हुए उन्हें टिकट दिया है। महापौर की सीट इससे पहले भी विनोद अग्रवाल के परिवार का कब्जा रहा है, वह स्वयं दो मर्तबा मेयर का चुनाव जीत चुके हैं, जबकि यहां से दो बार उनकी पत्नी जीत चुकी हैं। दूसरी तरफ रविवार देर रात को समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया। अब इस मेयर की सीट पर दिलचस्प त्रिकोणीय मुकाबला हो गया है।
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विनोद अग्रवाल हैं शहर का जाना पहचाना नाम
निर्यात कारोबार से जुड़े घराने से ताल्लुक रखने वाले विनोद अग्रवाल शहर का जाना माना नाम हैं। कहा जाता है कि विनोद को समाज के सभी वर्गों का समर्थन प्राप्त होता है। बीते दो कार्यकाल में उनकी छवि बेदाग रही है। विनोद अग्रवाल ने पार्टी हाईकमान का आभार जताते हुए दावा किया कि जनता के आर्शीवाद से वह फिर जीत हासिल करके हैट्रिक बनाएंगे। गौरतलब है कि उनकी धर्मपत्नी वीना अग्रवाल भी महापौर रही हैं।
समाजवादी पार्टी ने दिया सैयद रहीसुद्दीन को टिकट
सपा ने मुरादाबाद से मेयर पद के लिए बिल्कुल नए चेहरे को चुनावी मैदान में उतारा है। पेशे से एक्सपोर्टर सैयद रहीसुद्दीन को सपा ने टिकट दिया गया है। सैयद रहीसुद्दीन की कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं रही है। उनका नाम सामने आने से जनपद में पार्टी के भीतर हलचल तेज हो गई है। पार्टी के पुराने कार्यकर्ता कहते नजर आ रहे हैं कि ‘इन्हें तो कभी हमने पार्टी में देखा ही नहीं।’ बहरहाल, बताते चलें कि सपा से मेयर का टिकट चाहने वालों की एक लंबी चौड़ी फेहरिस्त थी। करीब 36 लोग मेयर के टिकट पर दावेदारी कर रहे थे। कहा जा रहा है कि सपा ने पार्टी की अतःर्कलह पर विराम लगाने और मुरादाबाद के सपा सांसद एसटी हसन की सिफारिश पर सैयद रहीसुद्दीन को टिकट दिया है।
कांग्रेस ने साफ छवि के हाजी रिजवान कुरैशी को बनाया प्रत्याशी
तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए कांग्रेस ने मुरादाबाद से बेदाग छवि के युवा हाजी रिजवान कुरैशी को मैदान में उतारा है। मेयर से पहले वो तीन बार मुरादाबाद से विधायकी लड़ चुके हैं, लेकिन इन्हें सफलता हाथ नहीं लगी थी। बावजूद इसके कांग्रेस ने युवा मतदाताओं को ध्यान में रखते हुए इन्हें चुनावी मैदान में उतारा है। रिजवान कुरैशी के परिवार के कुछ लोग पूर्व में समाजवादी थे। इनके चाचा सपा सरकार में मंत्री रह चुके हैं। लेकिन रिजवान शुरू से ही कांग्रेस का ‘हाथ’ थामे हुए थे और आज भी उसी के साथ हैं।