UP Nikay Chunav: OBC रिजर्वेशन के मुद्दे पर 7 सपा नेता पहुंचे सुप्रीम कोर्ट
UP Nikay Chunav: उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी पार्टी के सात विधायकों की तरफ से याचिका दायर की गयी है। दायर याचिका में ओबीसी सिजर्वेशन के ट्रिपल टेस्ट फार्मूले के साथ चुनाव कराने की मांग की गयी है।
UP Nikay Chunav: उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव में आरक्षण को घमासान मचा हुआ है। अब ओबीसी आरक्षण के मामले पर समाजवादी पार्टी भी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। सपा नेताओं ने ओबीसी आरक्षण को लेकर अपनी दलील दी है। यचिका पर सुनवाई 4 जनवरी को की जाएगी। उत्तर प्रदेश के मुख्य विपक्षी पार्टी के सात विधायकों की तरफ से याचिका दायर की गयी है। दायर याचिका में ओबीसी रिजर्वेशन के ट्रिपल टेस्ट फार्मूले के साथ चुनाव कराने की मांग की गयी है। बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से भी इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की गयी है। प्रदेश सरकार द्वारा दाखिल अर्जी पर भी चार जनवरी को सुनवाई होगी।
समाजवादी प्रर्टी के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के अध्यक्ष राजपाल कश्यप ने कहा कि हमे भाजपा पर भरोसा नहीं है। इस लिए हम सुप्रीम कोर्ट गए हैं। उन्होने कहा कि पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों के आरक्षण को बचाने और पूरे आरक्षण के साथ चुनाव कराने की अपील की है।
ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर सक्रिय हैं अखिलेश यादव
सपा अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव लगातार ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर सक्रिय नजर आ रहे हैं। वे इस मुद्दे पर लगातार भाजपा को घेर रहे हैं। उन्होने कहा भाजपा की सरकार आरक्षण खत्म करना चाहती हैं।
बता दें कि 28 दिसंबर को इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने बिना ओबीसी आरक्षण के ही निकाय चुनाव कराने का आदेश दिया था। हाईकोर्ट का कहना था कि ओबीसी वर्ग के अंतर्गत आरक्षित सीट को सामान्य माना जाए। निकाय चुनाव समय पर कराया जाए। इसके बाद प्रदेश की योगी सरकार सुप्रीम कोर्ट मे इस फैसले को चुनौती दी। अब सपा ने भी इस फैसेले के विरूद्ध सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुकी है।