पंचायत चुनाव के लिए की शादी, नई नवेली दुल्हन को बनाया प्रत्याशी
पत्नी को वो महिला पद के लिए नहीं लड़ा सकते क्योंकि उनकी पत्नी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं।
जौनपुर: शादी के लिए कितनी मशक्कत करनी पड़ती हैं। पहले तो कई रिश्ते देखे जाते है जहां बात बनी वहां शादी हो जाती है। शादी से पहले भी कई रस्में रिवाज होते है। अच्छे मुहुर्त का इंतजार किया जाता है। लेकिन हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां लड़के वाले शादी के लिए इतने उतावले हो गए कि उन्होंने किसी मुहुर्त का इंतजार नहीं किया, बस जल्दी से शादी की और बहू को घर ले आए। आइये जानते है पूरा मामला।
यह पूरा मामला जौनपुर जिले के खुटहन ब्लॉक का है। जहां पंचायत चुनाव में पिछड़ी जाति महिला के लिए आरक्षित हो गई। जिसमें अपना दावा मजबूत करने के लिए वे आनन-फानन में बेटे की शादी कराकर बहू को घर ले आए। और उसे इस चुनावी मैदान में उतार दिया। अब बहू मुंह दिखाई में लोगों से वोट मांग रही हैं।
चुनाव मैदान में ताल ठोकने को बेकरार
उसरौली गांव निवासी सुभाष यादव जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं। और इस बार भी वह चुनावी मैदान में उतरने की सोच रहे। लेकिन मौके पर यह सीट पिछड़ी जाति महिला के लिए आरक्षित हो गई। अब उन्हें समझ नहीं आया कि क्या किया जाए। पत्नी को वो महिला पद के लिए नहीं लड़ा सकते क्योंकि उनकी पत्नी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं। पहले तो सोचा कि पत्नी को त्याग पत्र दिलाकर चुनाव मैदान में उतारे। लेकिन अचानक से ख्याल आया कि क्यों न बेटे की शादी करा दी जाए और पुत्र वधू को प्रत्याशी के तौर पर खड़ा किया जाए।
चुनाव की होड़ में बेटे की शादी
जिसके बाद सुयोग्य बहू की तलाश शुरू की। वहीं जैसे ही बगल के गांव में रहने वाले रामचंदर यादव को इसकी जानकारी हुई वह बेटी का रिश्ता लेकर उनके घर पहुंच गए। और 31 मार्च,2021 को मंदिर में दोनों की शादी हो गई।
मुंह दिखाई में वोट की मांग
वहीं मायके से आने के बाद ससुराल वालों ने बहू का जिला पंचायत सदस्य पद का नामांकन दाखिल कराया। और उसके बाद सभी प्रचार में जुट गए। पूरा परिवार नई-नवेली दुल्हन के साथ मुंह दिखाई में वोट देने की अपील कर रहे।