पंचायत चुनाव पर यूपी पुलिस अलर्ट, अपराधियों पर नजर, शातिरों की तैयार हो रही सूची
एडीजी ने पुलिस लाइन में तीनों जिलों के पुलिस कप्तान और आईजी के साथ पंचायत चुनावी तैयारी की समीक्षा की। उन्होंने साफ कहा कि अब किसी भी गुंडागुर्दा बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
झाँसी। अपर पुलिस महानिदेशक (कानपुर जोन) भानु भास्कर ने पंचायत चुनाव को देखते हुए अलर्ट रहने का निर्देश दिया है। बूथों का भौतिक सत्यापन कर संवेदनशील स्थलों की सूची उपलब्ध कराने को कहा है। पूर्व में चुनाव में कहां किस तरह की घटना हुई और उसमें कौन-कौन शामिल थे। इसका विस्तृत रिपोर्ट बनाने को कहा है। ताकि चुनाव भयमुक्त और निष्पक्ष हो। यह बात एडीजी ने पुलिस लाइन के सभागार में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही हैं।
पंचायत चुनाव: भयमुक्त और निष्पक्ष हो: एडीजी
उन्होंने कहा कि चुनाव के दौरान शांति भंग करने वालों को चिन्हित कर अभी से कार्रवाई करने के लिए कहा है। शातिरों पर सीसीए के तहत कार्रवाई के लिए सूची तैयार रखने के निर्देश दिए हैं। उनका कहना है कि पंचायत चुनाव में शस्त्र जमा करवाए जाएंगे, जो लोग शस्त्र जमा नहीं करेंगे तो उनके शस्त्र जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
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एक सवाल पर एडीजी ने कहा कि झाँसी की और ललितपुर की सीमा एमपी से लगी हुई है। इन सीमाओं पर पुलिस ने नजर रखना शुरु कर दी है। साथ ही जिले में प्रवेश करने वाले बाहरी तत्वों पर भी नजर रखी जा रही है। पंचायत चुनाव के दौरान सीमाओं पर नाकेबंदी की जाएगी ताकि चुनाव में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो सके। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मियों के आवासों पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। फंड की किसी प्रकार की समस्या नहीं है। आवासों की मरम्मत व रखरखाव पर विशेष निर्देश दिए गए हैं।
शातिरों पर सीसीए के तहत कार्रवाई करने के लिए तैयार करें सूची
एडीजी ने कहा कि मुख्यालय के निर्देशों से तीनों जिले के एसपी को अवगत करा दिया गया है। ताकि, समय पूर्व पूरी तैयार रहे। हत्या मामले में फरार आरोपितों को गांव स्तर पर सूची बनाने और अभियान चलाकर गिरफ्तार करने का आदेश दिया है। कहा कि इसमें किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। चुनाव से पूर्व होली है, इसे देखते हुए पुलिस अधिकारियों को उन्होंने अलर्ट रहने को कहा है। छोटी-छोटी बातों पर पैनी रखने के निर्देश दिए हैं।
गांवों में चुनावी रंजिश की पुलिस खंगाल रही कुंडली
लोकसभा व विधानसभा चुनाव के बाद पंचायत चुनाव बेहद संवेदनशील होते हैं। चुनाव में एक-एक वोट का महत्व होता है। चुनाव में उतरने वाले दावेदार हर तरह के दांव-पेच खेलते हैं। गांवों की राजनीति में पार्टीबंदी हावी रहती है और यही झगड़े का कारण भी बनती है। ये झगड़े अक्सर बड़ा रुप ले लेते हैं। चुनाव से पहले और बाद तक चुनावों की रंजिश निकाली जाती है।
पार्टीबंदी पर पुलिस की पुरी तरह नजर
पिछले चुनावों के दौरान हुई वारदातों से पुलिस सबक लेने का प्रयास कर रही है। इन्हीं सब स्थितियों को देखते हुए पुलिस इस बार चुनाव के दौरान हुए विवादों की जानकारी करने के साथ ही गांवों की पार्टीबंदी पर पूरी तरह से नजर रख रही है। छोटे-बड़े झगड़े, भूमि विवाद और अन्य विवाद के अलावा गांवों की आबादी, जातिगत आंकड़ों व संवेदनशीलता को भी ध्यान में रख रही है।
चुनावी माहौल में सुरक्षा को चौकीदारों पर खाकी का दांव
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव-2021 की सरगर्मियों तेज हो गई है। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों ने भी चुनाव के मद्देनजर तैयारियां शुरु कर दी है। इसमें चौकीदार, लेखपाल, सिपाही समेत विभिन्न कर्मियों की मदद ली जाएगी। पुलिस अधिकारियों ने विशेष तौर पर गांव के चौकीदारों पर सुरक्षा के बारे में जानकारी जुटाने का दांव खेला है। चौकीदारों को इसके लिए आदेश निर्देश भी दिए गए हैं।
एडीजी ने चुनावी तैयारी की समीक्षा
एडीजी ने पुलिस लाइन में तीनों जिलों के पुलिस कप्तान और आईजी के साथ पंचायत चुनावी तैयारी की समीक्षा की। उन्होंने साफ लहजे में कहा कि अब किसी भी गुंडागुर्दा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पंचायत टुनाव को देखते हुए पुलिस असमाजिक तत्वों पर नजर रखे हुए हैँ। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। पंचायत चुनाव को शांतिपूर्वक संपन्न कराने के लिए लगातार पुलिस आम जनमानस के बीच संपर्क बना रही है।
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बैठक में आईजी सुभाष चंद्र बघेल, एसएसपी दिनेश कुमार पी, एसपी सिटी विवेक त्रिपाठी, एसपी देहात नैपाल सिंह आदि लोग उपस्थित रहे। इसके बाद जिलेभर के थानेदारों के साथ एडीजी ने पंचायत चुनाव, आगामी त्यौहारों के मद्देनजर बैठक कर आवश्यक निर्देश दिए हैं।
रिपोर्ट- बीके कुशवाहा