यूपी: स्कूलों में शिक्षकों की कमी के सवाल पर डिप्टी सीएम ने दिया ये जवाब

शिक्षक दल के नेता ओम प्रकाश शर्मा ने बुलन्दशहर में शिक्षकों की कमी के बाबत पूछे गये एक सवाल के जवाब में नेता सदन व उपमुख्यमंत्री डा॰ दिनेश शर्मा ने माना कि माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है। स्थायी शिक्षक नहीं हैं।

Update: 2019-07-26 16:29 GMT

लखनऊ: विधान परिषद् में आज सरकार ने घोषणा की कि माध्यमिक शिक्षा में पीटीए (पैरेन्ट-टीचर एसोसिएशन सिस्टम) समाप्त किया जायेगा।

जब तक स्थाई शिक्षक नियुक्त नहीं होते तब तक सेवानिवृत्त शिक्षकों से शिक्षण कार्य करवाया जायेगा। अगले तीन-चार माह में स्थाई शिक्षकों की नियुक्ति हो जायेगी। जिसकी चयन प्रक्रिया अंतिम चरण में है।

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शिक्षक दल के नेता ओम प्रकाश शर्मा ने बुलन्दशहर में शिक्षकों की कमी के बाबत पूछे गये एक सवाल के जवाब में नेता सदन व उपमुख्यमंत्री डा॰ दिनेश शर्मा ने माना कि माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है। स्थायी शिक्षक नहीं हैं।

हालांकि इनकी कमी को पूरा करने के लिए सेवानिवृत्त शिक्षकों को पठन-पाठन के लिए नियुक्त किया गया है। कहीं-कहीं पर पीटीए के माध्यम से भी शिक्षक इस कार्य में लगे हुए हैं।

ओम प्रकाश शर्मा ने इसका विरोध करते हुए कहा कि यह अवैध है। क्या सरकार इस प्रक्रिया को प्रक्षय देना चाहती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा की जिम्मेदारी सरकार पर है, लेकिन बिना शिक्षकों के विद्यालय चल रहे हैं।

शिक्षा के प्रति सरकार पूरी तरह उदासीन है। बुलन्दशहर तो मात्र इसका नमूना भर है। यही स्थिति पूरे प्रदेश की है। जिस पर सरकार ने कहा कि पीटीए सिस्टम पिछले 20-25 वर्षों से चला आ रहा था। सरकार भी इसके पक्ष में नहीं है। अगले तीन-चार माह में स्थायी शिक्षकों की भर्तियां हो जायेंगी। चयन प्रक्रिया अंतिम चरण में है।

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