दिल दहला देगी यह खबर, पंचायत चुनाव की भेंट चढ़े 1621 टीचर
शिक्षक संघ ने दावा किया है कि पंचायत चुनाव में ड्यूटी करने गए 1621 शिक्षकों की मौत हो गई है।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव के बाद दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ ने दावा किया है कि पंचायत चुनाव में ड्यूटी करने गए 1621 शिक्षकों की मौत हो गई है।
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ की तरफ से इसके एक पत्र लिखा गया है। इस पत्र में शिक्षक संघ ने कहा है कि संगठन ने 12 अप्रैल, 22 अप्रैल, 28 अप्रैल और 29 अप्रैल को सरकार और राज्य चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कोरोना संक्रमण के दौरान उत्तर प्रदेश पंचायत के मतदान और मतगणना को स्थगित करने का अनरोध किया था, लेकिन संगठन के पत्र का कोई संज्ञान नहीं लिया गया और पंचायत चुनाव की प्रक्रिया जारी रखी गई।
शिक्षक संघ ने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में शिक्षक व कर्मचारियों के प्रशिक्षण, पोलिंग पार्टी की रवानगी, बूथ पर मतदान एवं प्रयुक्त मत पत्रों से भरी हुई मत पेटिकाओं को स्ट्रांग रूम में जमा करने के समय भारी भीड़ जुटी जिसमें सैकड़ों शिक्षक कोरोना संक्रमण के शिकार हुए और काल के गाल में समा गए।
शिक्षक संघ ने आगे कहा कि अनेक हृदय रोगी शिक्षक इस महामारी एवं निर्वाचन के तनाव के कारण हृदयघात के शिकार होकर मृत्यु को प्राप्त हो गए। इस भीषण जनहानि को देखते हुए संगठन ने 29 अप्रैल 2021 को बेसिक शिक्षा विभाग के 706 मृतक शिक्षक और कर्मचारियों की सूची भेजकर पंचायत चुनाव की 2 मई को प्रस्तावित मतगणना को स्थगित करने का अनुरोध किया था।
शिक्षक संघ ने दावा किया है कि तीसरे चरण तक बेसिक शिक्षा विभाग के मृत शिक्षक और कर्मचारियों की जो संख्या 706 थी वह चौथे चरण के मतदान एवं मतगणना के बाद एक पखवाड़े में 1600 पहुंच गई है। चिंताजनक है कि इतनी जनहानि होने के बाद भी जनपदों में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बेसिक शिक्षकों को प्रताड़ित किया जा रहा है।