UP Top News Today: सदन में आमने-सामने अखिलेश और योगी, देखें दोनों के तरकश से निकले 5-5 तीर
UP Monsoon Session: उत्तर प्रदेश विधानमंडल में मानसून सत्र के आखिरी दिन नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच खूब जुबानी जंग देखने को मिली। दोनों नेताओं ने एक दूसरे पर जमकर निशाना साधा।
UP Top News Today: उत्तर प्रदेश विधानमंडल में मानसून सत्र के आखिरी दिन नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच खूब जुबानी जंग देखने को मिली। दोनों नेताओं ने एक दूसरे पर जमकर निशाना साधा। शुरूआत सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने की। उन्होंने अपने भाषण में आवारा पशु, जातीय जनगणना और गोरखपुर में जलभराव जैसे मुद्दों को उठाया और सरकार को घेरने को कोशिश की। वहीं, सीएम योगी भी उनके हर हमले का जवाब उन्हीं की भाषा में देने की कोशिश करते नजर आए।
Also Read
अखिलेश यादव के पांच बड़े हमले (Akhilesh Yadav Statement)
1 -दिल्ली और लखनऊ के इंजन टकरा रहे – नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने आज सदन में बीजेपी नेताओं के डबल इंजन वाले बयान पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने यूपी सरकार द्वारा चावल निर्यात करने की जानकारी देने पर कहा कि लगता है दिल्ली और लखनऊ वाले इंजन टकरा रहे हैं। दरअसल, बीते दिनों केंद्र सरकार ने विदेशों में होने वाले चावल के निर्यात पर रोक लगा दी थी।
Also Read
2- महंगाई को लेकर साधा निशाना – महंगाई के मुद्दे पर योगी सरकार को घेरते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि आज जो महंगाई की बात कर रहा है, उसे जेल भेज दिया जा रहा है। सपना दिखा रहे हैं वन ट्रिलियन इकोनॉमी का और ठेला लगाना पड़ रहा है। डेयरी सेक्टर को निजी हाथों में सौंपने की कोशिश की जा रही है।
3 – बीजेपी जातीय जनगणना पर जवाब दे – सपा सुप्रीमो ने एकबार फिर जातीय जनगणना का मुद्दा उछालते हुए कहा कि क्या बीजेपी जातीय जनगणना करवाएगी। उन्होंने सत्तारूढ़ दल पर निशाना साधते हुए कहा कि जब वे सत्ता में नहीं होते हैं, तब इसकी बात करते हैं लेकिन आज जब वो पॉवर में हैं तो इसकी बात नहीं कर रहे।
4 - आवारा पशु को लेकर साधा निशाना – अखिलेश यादव ने प्रदेश में आवारा पशुओं से किसानों और लोगों को हो रही दिक्कतों का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में ऐसा कौन सा जिला नहीं है, जहां सांड से जान नहीं की गई है। नेता प्रतिपक्ष ने तंज कसते हुए कहा कि अगर लॉयन सफारी नहीं बना पा रहे हैं तो सांड सफारी बना लें।
5 – गोरखपुर में जलभराव को लेकर घेरा – भारी बारिश के कारण मुख्यमंत्री के गृह जनपद गोरखपुर में जलभराव का मुद्दा भी सदन में अखिलेश यादव द्वारा उठाया गया। उन्होंने सीएम योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि गोरखपुर की कोई ऐसी गली नहीं है, जहां पानी न भरा हो। नेता सदन साढ़े छह साल से मुख्यमंत्री हैं। जो नेता सदन अपना घर नहीं ठीक कर सकते तो दूसरे का क्या ठीक करेंगे।
सीएम योगी आदित्यनाथ का पलटवार (CM Yogi Adityanath Statemnet)
1 – सांड को लेकर सीएम योगी का अखिलेश को जवाब – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव के सांड वाले बयान पर जवाब देते हुए कहा कि जिन सांड की आप बात कर रहे हैं, आपके समय यह बूचड़खाने में होते थे। हमारे समय ये किसान पशुधन का पार्ट बन रहे हैं। हम तो इसे नंदी के रूप में पूजा करते हैं।
2 – गोरखपुर में जलजमाव पर सीएम योगी का जवाब – सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा एक घंटे के भाषण में उन्हें (अखिलेश यादव) केवल जलजमाव दिखाई पड़ा। गोरखपुर में एक ही रात 133 मिमी बारिश हुई, इस वजह से जलजमाव हुआ। वहां लोग खुश हैं। उन्हें पता है कि अब वहां जलजमाव नहीं होगा।
3 – शिवपाल यादव पर कसा तंज – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव के साथ-साथ शिवपाल यादव को भी लपेट लिया। उन्होंने शिवपाल से कहा, आपके रिहर्सल में कमी रह गई। चाचा कुछ तो सिखा दें, अभी बहुत फुरसत है। अभी 2022 से 2027 चल रहा है। आगे भी 2027 से 32 तक चलेगा। इसके बाद उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि चाचा अभी से तय कर लो, नहीं तो 2027 में सबसे पहले आप ही क्लीन बोल्ड होंगे।
4 – महंगाई और किसानी पर दिया अखिलेश को जवाब – सीएम योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव को महंगाई, किसानों की दशा जैसे मुद्दे पर भी करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा, जो लोग जन्म से चांदी के चम्मच से खाने के आदी हैं। वो किसान, गरीब, दलित की पीड़ा क्या समझेंगे ? पिछड़ों, अति पिछड़ों के साथ इन्होंने क्या व्यवहार किया, ये पूरा प्रदेश जानता है। इनके शासनकाल में किसानों ने सबसे अधिक आत्महत्या की।
5 – शिवपाल यादव को पुचकारा – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने एक घंटे से अधिक के भाषण में शिवपाल यादव का कई बार जिक्र किया। इसके जरिए वो यादव परिवार में चाचा-भतीजे की पुरानी अदावत को फिर से जिंदा करने की कोशिश करते नजर आए। सीएम योगी शिवपाल यादव की ओर मुखातिब होते हुए बोले, आपकी कीमत ये लोग नहीं समझ पाएंगे। आपके प्रति हमारी बहुत सहानुभूति है। आपके साथ बहुत अन्याय हुआ है। 2024 में सपा का खाता भी नहीं खुलने वाला है। चाचू अभी से रास्ता तय कर लो।