UPPCL PF घोटाला: अखिलेश का योगी सरकार पर हमला, कहा- मुख्यमंत्री जिम्मेदार

यूपी पॉवर कारपोरेशन (यूपीपीसीएल) के भविष्य निधि (पीएफ) में घोटाले को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि सपा सरकार में बिजली कर्मियों के भविष्य निधि(पीएफ) का पैसा डीएचएफएल (DHFL) में नहीं जमा हुआ।

Update:2019-11-05 14:29 IST

लखनऊ: यूपी पॉवर कारपोरेशन (यूपीपीसीएल) के भविष्य निधि (पीएफ) में घोटाले को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को योगी सरकार पर जमकर हमला बोला। अखिलेश यादव ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि सपा सरकार में बिजली कर्मियों के भविष्य निधि(पीएफ) का पैसा डीएचएफएल (DHFL) में नहीं जमा हुआ। इसके लिए अगर कोई जिम्मेदार है तो वह मुख्यमंत्री हैं।

सपा अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने आनन-फानन में सीबीआई जांच की सिफारिश कर दी। अखिलेश यादव ने कहा कि पूरे मामले की जांच हाईकोर्ट के सिटिंग जज से कराई जाए।

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अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार घबराई हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार सच्चाई को छुपाना चाहती है। बिजली विभाग जैसे महत्वपूर्ण विभाग में जो कर्मचारी अपना समय लगाकर और मेहनत कर इस विभाग को खड़ा किया। उसमें इतना बड़ा घोटाला हुआ है।

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अखिलेश यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि एफआईआर की कॉपी नहीं दिखाया जा रही है। एफआईआर की कॉपी में लिखा है कि कब पैसा ट्रांसफर हुआ। समाजवादी पार्टी और मैं खुद कह रहा हूं कि मेरी सरकार में एक भी पैसा डीएचएफएल में जमा नहीं हुआ। इसके लिए सिर्फ और सिर्फ मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं।

सपा मुखिया ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस्तीफा दें। उन्होंने कहा कि मैंने इतना कमजोर मुख्यमंत्री नहीं देखा। ऊर्जा मंत्री को हटाना चाहते हैं मगर नहीं हटा पा रहे हैं।

अखिलेश ने कहा कि सीएम मेदांता हॉस्पिटल का उद्घाटन करने जा रहे हैं उससे पहले उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। रातोरात सीबीआई जांच की सिफारिश करना बताता है कि सरकार को विपक्ष के सवाल पूछने का डर है।

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इससे पहले बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि यूपी के हजारों बिजली इंजीनियरों/कर्मचारियों की कमाई के भविष्य निधि (पीएफ) में जमा 2200 करोड़ से अधिक धन निजी कम्पनी में निवेश के महाघोटाले को भी बीजेपी सरकार रोक नहीं पाई तो अब आरोप-प्रत्यारोप से क्या होगा? सरकार सबसे पहले कर्मचारियों का हित व उनकी क्षतिपूर्ति सुनिश्चित करे।

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उन्होंने कहा कि इस पीएफ महाघोटाले में यूपी सरकार की पहले घोर नाकामी व अब ढुलमुल रवैये से कोई ठोस परिणाम निकलने वाला नहीं है बल्कि सीबीआई जाँच के साथ-साथ इस मामले में लापरवाही बरतने वाले सभी बड़े ओहदे पर बैठे लोगों के खिलाफ तत्काल सख्त कार्रवाई करने की जरूरत है जिसका जनता को इंतजार है।

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तो वहीं ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने मंगलवार को कहा कि अभी तो गिरफ्तारी शुरु हुई है। अभी बहुत सारे काम बाकी हैं। सरकार आरोपियों की संपत्ति जब्त कर कर्मचारियों का पैसा लौटाएगी। अगर जरुरत पड़ी तो सरकार खुद अपने पास से पैसा जमा करवाएगी।

श्रीकांत शर्मा ने कहा कि पीएफ घोटाले की पटकथा सपा सरकार में लिखी गई। 2014 में पूरी कहानी बनाई गई। उन्होंने बताया कि सीबीआई जांच की सिफारिश के लिए पत्र लिख दिया है। ईओडब्ल्यू फिलहाल जांच कर रही है। गिरफ्तारियां हो रही हैं और अभी बहुत गिरफ्तारियां होनी हैं। ऊर्जा मंत्री ने कहा हम किसी को नहीं छोड़ेंगे।

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