कोरोना वैक्सीन से डरे लखनऊ के लोग, छोटे शहरों में बेसब्री से इंतजार

राजधानी लखनऊ के ज्यादातर लोग कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट की खबरों से डरे हुए हैं। वह पहले दूसरों को टीका लगते हुए देखना चाहते हैं जबकि प्रदेश के छोटे शहरों में रहने वाले लोग दिल खोलकर वैक्सीन का स्वागत कर रहे हैं।

Update:2021-01-07 16:11 IST
UP में वैक्सीनेशन: जानें सबकी क्या है राय, इन जिले के लोगों ने क्या कहा

लखनऊ: कोरोना ने पहले पूरी दुनिया को डराया अब टीकाकरण से लोग डर रहे हैं। राजधानी लखनऊ के ज्यादातर लोग कोरोना वैक्सीन के साइड इफेक्ट की खबरों से डरे हुए हैं। वह पहले दूसरों को टीका लगते हुए देखना चाहते हैं जबकि प्रदेश के छोटे शहरों में रहने वाले लोग दिल खोलकर वैक्सीन का स्वागत कर रहे हैं। लोग चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द उन्हें कोरोना वैक्सीन दिलाए जिससे जिंदगी की गाड़ी पटरी पर दौडऩे लगे।

टीकाकरण को लेकर लोग क्या सोचते हैं?

कोरोना वैक्सीन आ गई है। सरकार ने टीकाकरण का ड्राई रन भी कर लिया है। पूरे देश में एक साथ ड्राई रन की तैयारी भी है और अगले एक सप्ताह में टीकाकरण शुरू हो जाएगा लेकिन टीकाकरण को लेकर लोग क्या सोचते हैं। कितना तैयार हैं टीकाकरण के लिए यह जानने के लिए न्यूज ट्रैक ने यूपी के विभिन्न शहरों में लोगों से बातचीत की है। लोगों की टीकाकरण को लेकर क्या राय है। आप भी जानिए।

जनवरी के दुसरे सप्ताह के अंत से वैक्सीनेशन

उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन को लेकर मुख्यमंत्री योगी ने जनवरी के दुसरे सप्ताह के अंत से वैक्सीनेशन के लिए हरी झंडी दे दी है। इस संबंध में संपूर्ण वैक्सीनेशन प्रोसेस को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समीक्षा भी कर चुके हैं।

वैक्सीन लगवाना जल्दबाजी होगी

कोरोना को लेकर लोग भी चाहते हैं कि जल्द से जल्द इस महामारी का कोई इलाज आये और जीवन फिर से पहले की तरह सामान्य हो। वैक्सीन के वैक्सीनेशन को लेकर कई लोगों के मन में सवाल भी हैं और सुझाव भी। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, मेरठ और मीरजापुर के लोगों से जब बात की तो लोगों ने अपने विचार साझा किये। जिसमें से कुछ ने कहा कि अभी वैक्सीन लगवाना जल्दबाजी होगी तो कुछ ने कहा कि हम लोग टीका लगवाने के लिए तैयार है।

लखनऊ के लोगों ने क्या कहा-

भारत में कोरोना की वैक्सीन आ गई, ख़ुशी की बात-सिमरन सक्सेना

ठाकुरगंज निवासी सिमरन सक्सेना का कहना है कि भारत में कोरोना की वैक्सीन आ गई है यह देश के लिए काफ़ी ख़ुशी की बात है, लेकिन अब भी उस प्रभाव के बारे में ज़्यादा जानकारी नहीं है कुछ लोग उसके साइड इफेक्ट को लेकर सशंकित हैं इसलिए मैं अभी कोरोना की वैक्सीन नहीं लगाऊँगी कुछ महीनों बाद जब इस वैक्सीन के रिपोर्ट के सामने आने लगेंगे उसके बाद ही मैं वैक्सीन लगाऊँगी।

वैक्सीन की आपूर्ति और भंडारण का मुद्दा अहम्- सौम्या शुक्ला

मड़ियाव निवासी सौम्या शुक्ला का का तर्क है कि वे वैक्सीन के साइड इफेक्ट को लेकर ज्यादा सशंकित हैं। इसके साथ ही देश में जनसंख्या, वैक्सीन की आपूर्ति और वितरण के अलावा भंडारण वगैरह मसलों को लेकर भी अभी वे वैक्सीन लगवाने के पक्ष में नहीं हैं।

टीकाकरण पहले नेताओं और बड़े राज नेताओं को क्यों नहीं- भव्या

गोमतीनगर निवासी भव्या का कहना है कि मुझे सिर्फ़ एक बात समझ में नहीं आ रही है कि सरकार सबसे पहले टीकाकरण स्वास्थ्य कर्मियों का क्यों कर रही है, क्या वो वैक्सीन के परिणाम को लेकर आशंकित है, टीकाकरण पहले नेताओं और बड़े राज नेताओं को क्यों नहीं लगाया जा रहा है। जबतक इस टीकाकरण के परिणाम सामने नहीं आते हैं तब तक मैं टीका नहीं लगवाऊँगी।

टीका ना लगवाने का सवाल ही नहीं उठता है-विमल जायसवाल

कैसरबाग निवासी विमल जायसवाल का कहना है कि टीका ना लगवाने का सवाल ही नहीं उठता है, हमारे देश के वैज्ञानिकों ने इस टीके के लिए रात दिन एक करके मेहनत की है, इस लिए उनकी मेहनत का सम्मान करना चाहिए मैं तो कोरोना का टीकाकरण ज़रूर कराऊँगा।

टीका लगवाना थोड़ी जल्दबाज़ी होगी-समाजसेविका ज्योति

ऐशबाग निवासी समाजसेविका ज्योति का कहना है कि अभी इस टीका के बारे में सरकार के अलावा और कोई कुछ भी नहीं जानता है ऐसे में इतनी जल्दी टीका लगवाना थोड़ी जल्दबाज़ी हो जाएगी, मैं टीकाकरण से इंकार नहीं कर रही हो लेकिन जबतक इसके सफल परिणाम सामने नहीं आ जाते है तब तक इंतज़ार करना चाहिए।

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यहां जानें मेरठ के लोगों ने क्या कहा-

वैक्सीनेसन को लेकर मेरठ शहर में कुछ लोगों से जब बात की गई तो लोगों ने इस विषय पर अपने विचार व्यक्त किये-

अशोक कुमार (सरकारी कर्मचारी)- मैं तो केवल इतना जानता हूं कि कोरोना का नाश करने के लिए कोरोना टीका बना है। ऐसे में टीका नही लगवाने का तो सवाल ही पैदा नही होता है।

फखरेआलम खान (एडवोकेट)- हम वाकई ये नहीं जानते हैं कि कोरोना टीका कितना प्रभावी होगा। अगर यह प्रभावी हुआ भी, तो इस बात की संभावना कम है कि तुरंत ही सब कुछ पहले की तरह हो जाएगा। वैक्सीन को लेकर देश में कई अफवाहें उड़ रही हैं। लेकिन मैं तो यही कहूंगा कि हमें वैक्सीन से जुड़ी अफवाहों पर ध्यान नही देना चाहिए। रहा सवाल टीका लगवाने का तो टीका लगाने की शुरुआत तो होने दीजिए।

रेनू (शिक्षिका) –वैक्सीन को एक ऐसे अचूक उपाय के तौर पर चित्रित किया जा रहा है, जो आते ही महामारी को दूर कर देगी लेकिन यह समझने की ज़रूरत है कि इसके असर में वक़्त लगेगा। जहां तक टीका लगवाने की बात है तो मैंऔर मेरा परिवार जरुर टीका लगवाएगा।

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मैं तो टीका जरुर लगवाऊंगा

रजनीश कुमार त्यागी(रोडवेज कर्मी)- कोरोना ने हमें बहुत परेशान किया है। इसके खात्में के लिए देश के वैज्ञानिकों ने टीका तैयारकिया है यह हमारेलिए बहुत गर्वऔर खुशी की बात है। मैं तो टीका जरुर लगवाऊंगा।

अयोध्या प्रसाद(दुकानदार)- समाचार पत्रों में पढ़ा है कि देश में कोरोना के टीके लगने शुरु होने जा रहें हैं। अच्छी बात है। मेरठ में लगेंगे तो मैं भी लगवा लूंगा।

आदिल (मिस्त्री)- हां सुना तो मैंने भी हैकि देश में कोरोना के टीके लगने जा रहे हैं। कोरोना के कारण बहुत लोग बरबाद हुए हैं। अब कोरोना का टीका आने के बाद कोरोना खत्म होना ही है। मैं खुद तो लगवाउंगा ही बच्चों को भी लगवाऊंगा।

धर्मपाल सिंह(किसान)- हमारे सिवालखास गांव में कोरोना टीके की बहुत चर्चा हो रही है। लोग कह रहे हैंकि टीका लगने के बाद कोरोना नही होगा। भगवान करें उनकी बात ठीक हो। गांव में टीके लगे तो मैं भी टीके लगवाऊंगा।

कोरोना को लेकर बहुत दहशत है

ब्रजेश कुमार (रोडवेजकर्मी)- कोरोना को लेकर बहुत दहशत है। उम्मीद करता हूं कि अब जबकि कोरोना को भगाने का टीका देश में तैयार हो गया है तो देर-सवेर कोरोना का खात्मा हो ही जाएगा। मुझेऔर मेरे परिवार को तो बहुत इंतजार था कोरोना के टीके का। मेरठ में जहां कहीं भी लगेंगे मैंऔर मेरा परिवार टीका लगवाने जरुर जाएगा।

मायादेवी (गृहणी)- अपनी 60 साल की उम्र में किसी बीमारी को लेकर इतनी दहशत कभी देखने-सुनने को नही मिली। हमारे एक रिश्तेदार की मौत कोरोना के चलते हुई थी। सुना है कि कोरोना के खात्मे का टीका बन गया है। सरकार टीका मेरठ में भी लगाने जा रही है। इसलिए हम तो टीका जरुर लगवाएंगे। भगवान से यही प्रार्थना है कि ऐसी बीमारी दोबारा ना दें।

कोरोना नही आफत कहिये साहब

सीताराम(मजदूर)- कोरोना नही आफत कहिये साहब। हम जैसों को ही पता है कि पिछले छह महीने हमने कैसे-कैसे भारी परेशानियों के बीच बिताएं हैं। अब टीका आया तो सबको खासकर हम गरीबों को तो मुफ्त में लगने चाहिए। मुफ्त लगेगा तो मैं परिवार समेत जरुर टीका लगवाऊंगा।

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वैक्सीनेशन को लेकर मिर्ज़ापुर की ये है राय-

कचहरी परिसर के अधिवक्ता नारायण जी उपाध्यय से कोरोना वैक्सीन को लेकर चर्चा की गयी तो उन्होंने बताया यह वैक्सीन देश के आमजन की जान बचाने के लिए देश के डॉक्टरों ने जी जान लगाकर मेहनत करके वैक्सीन तैयार किया है। इस महामारी से निजात दिलाने के लिए डॉक्टरों की मेहनत और लगन के लिए उनका आभार प्रकट करते है।

जब उनसे वैक्सीन लगवाने को लेकर सवाल किया तो उन्होंने बड़े बेबाकी से जवाव देते हुए कहाकि हम शिक्षित है। हमारी अपनी खुद की जान बचाने के लिए वैक्सीन जरूर लगवाएंगे। उनका यह भी कहना था कि कोरोना वैक्सीन गरीबो को मुफ्त में मिलना चाहिए।

अधिवक्ता मनीष त्रिपाठी से भी चर्चा की किया। जिस पर उन्होंने कहाकि कोरोना वैक्सीन देश के डाक्टरो की मेहनत का नतीजा है। जिसके लिए उनको सलाम करते है। वैक्सीन हम जरूर लगवाएंगे। लेकिन वैक्सीन मुफ्त मिलनी चाहिए।

अधिवक्ता श्रीनंद दुबे ने कहाकि कोरोना वैक्सीन बनाने में देश के डॉक्टरों को दिल से शुक्रिया अदा करता हूं। कोरोना वैक्सीन किसी जाति मजहब से न जोड़ा जाय। वैक्सीन हमारे देश के डॉक्टरों ने बनाया है। हम वैक्सीन जरूर लगवाएंगे।

रिपोर्ट-आशुतोष त्रिपाठी के साथ यूपी न्यूजट्रैक टीम

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