Varanasi Flood: वाराणसी में 'जल प्रलय', हजारों मंदिर जलमग्न, शिव नगरी काशी में दाखिल हुई गंगा
Varanasi Flood Photos: वाराणसी में गंगा मणिकर्णिका घाट होते हुए विश्वनाथ कॉरिडोर (Vishwanath Corridor) तक पहुंच गई है। गंगा बाबा विश्वनाथ के गर्भ गृह से मात्र 100 मीटर की दूरी पर है।
Varanasi Flood News: उत्तर प्रदेश-बिहार जैसे बारिश के पारंपरिक इलाके इस बार मानसून में सूखे रह गए। लेकिन, उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में हुई मूसलाधार बारिश ने मैदानी इलाकों की तरफ आने वाली गंगा-यमुना को विकराल बना दिया है। यही वजह है कि कम बारिश के बाद भी गंगा-यमुना की तट पर बसे यूपी के बड़े शहर भीषण बाढ़ का दंश झेल रहे हैं। भगवान शिव की नगरी काशी में गंगा 88 घाटों को पार कर शहर में दाखिल हो चुकी है। हजारों मंदिर जलमग्न हो चुके हैं।
वाराणसी (Flood in Varanasi) में गंगा मणिकर्णिका घाट (Manikarnika Ghat) होते हुए विश्वनाथ कॉरिडोर (Vishwanath Corridor) तक पहुंच गई है। गंगा बाबा विश्वनाथ के गर्भ गृह से मात्र 100 मीटर की दूरी पर है। श्रद्धालुओं को गंगा में स्नान करने से रोका जा रहा है। एक अनुमान के मुताबिक, बाढ़ से वाराणसी में तकरीबन दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं।
लोगों की जीविका भी हुई प्रभावित
वाराणसी में गंगा किनारे वाले करीब 10 से अधिक दुकानदार, नाविक और पुजारी बेरोजगार हो गए हैं। वाराणसी के सभी 85 घाट और वहां मौजूद हेरिटेज भवन, गंगा में समा चुके हैं। घाटों पर मौजूद हजारों छोटे-बड़े मंदिर और बिजली के पोल डूब चुके हैं। राजघाट (Rajghat), दशाश्वमेध घाट (Dashashwamedh Ghat) और अस्सी घाट (Assi Ghat) पर गंगा का पानी सड़क पर आ गया है। कई लोग तो सड़क पर गंगा स्नान करने लगे हैं। वहीं, गंगा स्नान के बाद लोगों को टीका, चंदन और पूजा करने वाले पुजारी अब मां गंगा से थमने की विनती कर रहे हैं।
वाराणसी के 115 ग्राम सभा पानी में डूबे
वाराणसी के डीएम कौशल राज शर्मा (Varanasi DM Kaushal Raj Sharma) ने बताया कि, 'वाराणसी शहर के 20 वार्ड और 115 ग्राम सभा बाढ़ में पूरी तरह डूब गए हैं। 608.57 हेक्टेयर फसल पूरी तरह प्रभावित हुआ है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 40 राहत शिविर चल रहे हैं, जिसमें करीब 10 हजार लोग रह रहे हैं।'
बुधवार को गंगा के जलस्तर में आई कमी
बुधवार को वाराणसी में गंगा के जलस्तर में 18 सेंटीमीटर की कमी आई है। इससे काशी वासियों ने राहत की सांस ली। केंद्रीय जल आयोग के रिपोर्ट के मुताबिक, गंगा का जलस्तर आज सुबह 8 बजे 71.96 मीटर दर्ज किया गया, जो कि मंगलवार को 72.14 मीटर पर था। पिछले साल की बात करें तो गंगा का अधिकतम जलस्तर 72.32 मीटर गया था।
बाढ़ ग्रस्त इलाकों में बीमारियों का खतरा बढ़ा
वाराणसी के जिन-जिन इलाकों में बाढ़ का पानी ठहर गया है, वहां अब बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। बाढ़ में मरे आवारा पशुओं की मौत के कारण उनकी लाशों से असहनीय बदबू आ रही है। इसके अलावा डेंगू का प्रकोप भी बढ़ गया है। शहर में अब तक डेंगू के दो मरीज मिल चुके हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसके अलावा राहत शिविरों में भारी गंदगी पसरी हुई है।
बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए वाराणसी पहुंचे हैं। सीएम योगी BHU हेलीपैड से सीधे अस्सी घाट पहुंचें। यहां पर एनडीआरएफ और पीएसी गोताखोरों की मौजूदगी में बाढ़ प्रभावित इलाकों का नाव के जरिए जायजा ले रहे हैं। बाढ़ पीड़ितों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुन रहे हैं। सीएम इसके बाद सर्किट हाउस में बाढ़ और विकास योजनाओं का जायजा लेंगे।