Varanasi News: गंगाजल से ख़त्म होगा कोरोना, BHU के वैज्ञानिकों का दावा
Varanasi News: कोरोना महामारी के बीच बीएचयू से राहत देने वाली खबर आई है. यहाँ के वैज्ञानिकों ने गंगाजल से कोरोना के इलाज करने का दावा किया है.
Varanasi News: वाराणसी से कोरोना महामारी के बीच बीएचयू से राहत देने वाली खबर आई है. यहाँ के वैज्ञानिकों ने गंगाजल से कोरोना के इलाज करने का दावा किया है. बड़ी बात ये है कि वैज्ञानिकों के इस दावे पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने भी सैद्धांतिक मंजूरी देते हुए इंडियन काउंसिल फार मेडिकल रिसर्च और भारत सरकार की इथिक्स कमेटी को नोटिस जारी किया है.
वैज्ञानिकों ने तैयार किया नोजल स्प्रे
गंगा के इस जल को आचमन योग्य नहीं समझा जा रहा है लेकिन बीएचयू के वैज्ञानिक इससे इत्तेफाक नहीं रखते. बीएचयू के वैज्ञानिकों ने गंगाजल से कोरोना का काट खोज निकालने का दावा किया है. बीएचयू के न्यूरोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डा. विजय नाथ मिश्र के नेतृत्व में 5 डाक्टरों की टीम ने गंगा जल पर रिसर्च कर इस नोजल स्प्रे तैयार किया है.
दावा किया जा रहा है कि स्प्रे का इस्तेमाल करने से कोरोना खत्म हो जाता है. रिसर्च के दौरान वैज्ञानिकों ने लगभग तीन सौ कोरोना पीड़ितों पर नोजल स्प्रे का ट्रायल किया गया. इस दौरान जो नतीजे आये, वो बेहद सकारात्मक रहे. वैज्ञानिकों के अनुसार वायरो फेज थिरेपी कोरोना से लड़ाई में बेहद कारगर है.
इलाहाबाद हाई कोर्ट में दाखिल याचिका
में ये मांग की गई है कि गंगाजल पर शोध से तैयार नोजल स्प्रे का क्लिनिकल ट्रायल किया जाये. फिलहाल कोर्ट ने अर्जी को मंजूर करते आईसीएमआर और भारत सरकार को नोटिस जारी कर छः हफ्ते में जवाब मांगा है. गंगा प्रेमियों ने भी कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया है. गंगा प्रेमियों के अनुसार गंगा में ऐसे औषधिय तत्व मौजूद हैं, जो कोरोना सहित कई रोगों को दूर कर सकता है.