Varanasi News: मजदूर यूनियन की पिंडरा इकाई की आमसभा में किया गया पदाधिकारियों का चुनाव
Varanasi News: कार्यकारिणी में एकमत से मुन्नालाल को अध्यक्ष, अश्विन कुमार को सचिव, जोगेंद्र को उपाध्यक्ष और रमेश राजभर को कोषाध्यक्ष चुना गया
Varanasi News: उत्तर प्रदेश असंगठित व निर्माण मजदूर यूनियन की पिंडरा इकाई की आमसभा की बैठक में कार्यकारिणी के चुनाव में सर्वसम्मति से पदाधिकारियों को चुना गया।कार्यकारिणी में एकमत से मुन्नालाल को अध्यक्ष, अश्विन कुमार को सचिव, जोगेंद्र को उपाध्यक्ष और रमेश राजभर को कोषाध्यक्ष चुना गया। कामता प्रसाद को यूनियन से जुड़े मीडिया के कामों एवं अन्य पत्राचारों की जिम्मेदारी सौंपी गयी। अध्यक्ष मंडल में शामिल रामनारायण सिंह, गुरुप्रसाद सिंह और प्रो. राजेंद प्रसाद सिंह की देखरेख में चुनाव संपन्न हुआ।
नव-निर्वाचित अध्यक्ष मुन्नालाल ने कहा कि, यूनियन के पंजीकरण का कार्य यथासीघ्र कराके यूनियन से संबंधित सभी मजदूर साथियों को लेबर ऑफिस में पंजीकरण करने का काम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन मज़दूर साथियों का लेबर कार्ड नहीं बना है, वे यूनियन से संपर्क करें ताकि समूह में नाटी इमली स्थित लेबर ऑफिस चलकर सभी लोगों का एक साथ कार्ड बनवाया जा सके।
यूनियन के सचिव अश्विन कुमार ने आमसभा व कार्यकारिणी को भरोसा दिलाया कि वे यूनियन को अधिक से अधिक विस्तार करने के लिए ज्यादा से ज्यादा मज़दूर साथियों को यूनियन से जोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि सामाजिक बदलाव के लिए मज़दूरों में शिक्षा के प्रचार-प्रसार करेंगे।
यूनियन के कोषाध्यक्ष रमेश राजभर ने कहा कि मज़दूरों को उत्साहित करने के लिए उनकी जिंदगी से जुड़ी कहानियों-उपन्यासों को प्रचारित प्रसारित करने के साथ ही मज़दूरों की चेतना को उन्नत बनाने के लिए बेहतरीन फिल्मों का भी उनके बीच प्रदर्शन किया जाएगा। इसके अलावां मजदूरों में संगठन के उद्देश्यों को प्रचारित प्रसारित करने का काम करेंगे।
यूनियन के उपाध्यक्ष ने कहा कि एकता में बड़ी ताकत होती है। मज़दूर जब यूनियन के बैनर तले एकजुट रहेंगे तो मालिक-ठेकेदार उनकी मज़दूरी नहीं हड़प पाएंगे और किसी दुखद-अप्रिय घटना की सूरत में चिकित्सा-व्यय पाने के लिए संघर्ष करना आसान हो जाएगा।
अध्यक्ष मंडल के सदस्य रामनारायण सिंह ने कहा कि भाजपा समेत दूसरे सभी राजनीतिक दल युवाओं को रोजगार देने में विफल रहे हैं। सरकार चाहे भाजपा की हो या फिर किसी और की जब तक पूँजीपतियों का समाज में वर्चस्व रहेगा, रोजगार की समस्या सुलझने वाली नहीं।
कार्यकारिणी के सदस्यों में श्याम आसरे, ऊदल, अशोक यादव, प्रदीप कुमार, वीरेंद्र कुमार, कामता प्रसाद, सुजीत कुमार, राजेश कुमार, महेंद्र यादव, आनंद, शेखर आदि के नाम शामिल हैं। कार्यकारिणी का गठन 25 सदस्यों को मिलाकर किया गया।