Varanasi Ropeway Project: कैसा होगा वाराणसी का पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोप वे, कब तक हो जाएगा, यहां जानें सबकुछ

Varanasi Ropeway Project: वाराणसी में रोप वे कैंट स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक चलेगा। इस सफर में मात्र 16 मिनट लगेंगे। वाराणसी कैंट स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक कुल पांच स्टेशन होंगे।

Update:2023-04-18 19:11 IST

Varanasi Ropeway Project: भगवान शिव की नगरी काशी जिसे वाराणसी भी कहते हैं, एक धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में दुनियाभर में पहले से ही काफी प्रसिद्ध है। विश्व के अरबों हिंदुओं के लिए बाबा विश्वनाथ की नगरी आस्था का एक बड़ा केंद्र है। प्राचीन नगरी काशी को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जा रहा है ताकि दूर-दराज से यहां पहुंचने वाले पर्यटकों को दिक्कत न हो। वाराणसी का पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोप वे प्रोजेक्ट इसी कवायद का एक हिस्सा है। जिसका शिलान्यास बीते माह 24 मार्च को स्थानीय सांसद और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। तो आइए एक नजर इस प्रोजेक्ट पर डालते हैं ।

वाराणसी में रोप वे कैंट स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक चलेगा। इस सफर में मात्र 16 मिनट लगेंगे। वाराणसी कैंट स्टेशन से गोदौलिया चौराहे तक कुल पांच स्टेशन होंगे। जिसमें कैंट रेलवे स्टेशन, काशी विद्यापीठ, रथयात्रा, गिरिजाघर और गोदौलिया चौराहा शामिल है। वाराणसी में बनने वाला रोप वे पहला देश का पहला पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोप वे होगा। इसके बन जाने से काशी आने वाले लोगों को तंग-सकरी गलियों में फंसने से निजात मिल सकेगी और वे आराम से घूमने का लुत्प उठा सकेंगे।

रोप वे की खासियत

रोप वे में कुल 150 ट्रॉलियां होंगी, जो सड़क से 50 मीटर की ऊंचाई पर दौड़ेंगी। एक ट्रॉली पर 10 पैसेंजर सवाल हो सकेंगे। एक घंटे में दोनों साइड से 600 ट्रॉलियां गुजरेंगी। इस पर 6 हजार यात्री सवार होंगे। यानी हर मिनट दोनों साइड से 10 ट्रॉलियों में सवार होकर 100 यात्री गुजरेंगे। रोप वे से यात्रा करने वाले विकलांग लोगों के लिए भी खास सुविधा का इंतजाम होगा। ट्रॉलियां अत्याधुनिक होंगी। इसके बन जाने से लोगों को बनारस के विकराल जाम से मुक्ति मिलेगी।

कब तक बन कर हो जाएगा तैयार

देश के पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोप वे का निर्माण स्विट्जरलैंड की कंपनी बर्थोलेट और नेशनल हाईवे लॉजिस्टिक प्राइवेट लिमिटेड (NHLML) करेगी। NHLML के प्रोजेक्ट डायरेक्टर अनुराग त्रिपाठी के मुताबिक, दो साल के अंदर रोप वे बनकर तैयार हो जाएगा। जमीन अधिग्रहण, तार और पाइप शिफ्टिंग का काम तेजी से चल रहा है। इस प्रोजेक्ट की कुल लागत 644.49 करोड़ रूपये है। पहले चरण में रोप-वे की लंबाई 3.8 किमी होगी।

वाराणसी के नाम दर्ज होगा अनोखा रिकॉर्ड

वाराणसी भारत का पहला शहर होगा जहां के पब्लिक ट्रांसपोर्ट में रोप वे का इस्तेमाल होगा। लेकिन इस से भी बड़ी बात ये है कि अभी तक केवल दुनिया के दो शहरों में ही रोप वे का इस्तेमाल पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रूप में होता है। वाराणसी दुनिया का तीसरा शहर होगा, जहां ये सुविधा उपलब्ध होगी। अभी जिन दो शहरों में ये सुविधा उपलब्ध है, वो हैं लापाज और मैक्सिको। लापाज में 30 किमी और मैक्सिको में साढ़े चार किमी लंबी रोप वे है।

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