Varanasi News: कोतवाली थाने में कोतवाल की कुर्सी पर बैठते हैं बाबा कालभैरव
Varanasi News: भगवान शिव के त्रिशूल पर बसी बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में बाबा काल भैरव कोतवाल कहे जाते हैं। कोतवाली थाने में बाबा खुद कोतवाल की भूमिका में बैठे हुए हैं।
Kaal Bhairav Varanasi: भगवान शिव के त्रिशूल पर बसी बाबा विश्वनाथ की नगरी वाराणसी में बाबा काल भैरव कोतवाल कहे जाते हैं। काशी की व्यवस्था बाबा काल भैरव ही चलाते हैं। ऐसी मान्यता है कि बिना बाबा कालभैरव की अनुमति के काशी में कोई वास नहीं कर पाता है। अंग्रेजों के जमाने में बनाई गई विशेश्वरगंज क्षेत्र स्थित कोतवाली थाने में बाबा खुद कोतवाल की भूमिका में बैठे हुए हैं। थाने में आज भी बाबा की एक कुर्सी स्थापित की गई है जिसपर बाबा काल भैरव विराजमान हैं। कोतवाल भी बाबा काल भैरव की पूजा करने के साथ दिन की शुरुआत करते हैं। बाबा बकायदे पुलिस के भेष में इस स्थान पर विराजमान हैं। ऐसी मान्यता है कि भगवान शंकर ने खुद बाबा काल भैरव को कोतवाल की भूमिका में काशी का कार्यभार संभालने की जिम्मेदारी दी थी। तब से लेकर अब तक बाबा की नगरी में कोतवाली थाने में लगी मुख्य कुर्सी पर थानेदार नहीं बल्कि बाबा कालभैरव बैठते हैं। ठीक बगल में प्रशासनिक कोतवाल बैठते जरूर हैं लेकिन वो बाबा कालभैरव के सहारे पर रहते हैं।