Chitrakoot Video: कामतानाथ प्राचीन मुखारविंद से निकली जल की धारा, भक्तों ने शुरू की परिक्रमा
Chitrakoot News: कामदगिरि प्राचीन मुखारविंद मंदिर के पुजारी प्रतुल मिश्रा ने बताया कि अचानक से भगवान कामदगिरि के मुखारविंद से धीमी- धीमी जलधारा निकली है।
Chitrakoot News: भगवान राम की तपोभूमि चित्रकूट में कामदगिरि प्राचीन मुखारविंद मंदिर में एक बार फिर भगवान कामदगिरि के मुखारविंद से जल की धारा निकली है, जिसे शालिग्राम का अभिषेक प्रकृति से निकले जल से हुआ।
धर्म नगरी में साधु संतों ने बीती रात धूमधाम से भगवान कृष्ण का जन्म उत्सव मनाया। जन्माष्टमी को विशेष तरह से मनाने के लिए साधु संतों ने मठ मंदिरों में सजावट की है, वही कामतानाथ प्राचीन मुखारविंद में विशेष पूजा अर्चना के साथ साथ भव्य साज-सज्जा चल रही थी तभी कामदगिरि प्राचीन मुखारविंद मंदिर के पुजारी प्रतुल मिश्रा ने बताया कि आज अचानक से भगवान कामदगिरि के मुखारविंद से धीमी- धीमी जलधारा निकली है जो कि मुखारविंद में विराजमान शालिग्राम का अभिषेक प्रकृति द्वारा हुआ है।
2 साल बाद निकली धारा
यह धारा 2 साल बाद निकली है। मंदिर के पुजारी श्री मिश्रा ने बताया कि 2 वर्ष पूर्व दूध की धारा निकली थी जिसको भक्तों ने परिक्रमा के दौरान दर्शन किया था। आज उसी तरह जल की धारा निकली है । सुबह से भक्तों का ताता लगा हुआ है कुछ देर बाद जल की धारा अनायास बंद हो गई है। आसपास के गांव के लोग भी सुनकर भजन कीर्तन मंडल के साथ कामतानाथ प्राचीन मुखारविंद में पहुंचकर कीर्तन भजन किया और कामतानाथ के जयकारों से परिक्रमा पथ गोश्त आ रहा।