ऐसा है विकास दुबे का आशियाना, यहीं से रची थी मौत की साजिश

मास्टरमाइंड विकास दुबे ने साजिश के तहत पुलिसकर्मियों पर हमला किया। विकास में अपने जिस घर से यह साजिश रची उसका वह घर किसी किले से कम नहीं है। अब पुलिस उसके घर को ढहा रही है।

Update: 2020-07-04 08:10 GMT

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में शुक्रवार को हुए बड़े हमले में यूपी पुलिस के आठ जवान शहीद हो गए। इसके बाद से पूरा पुलिस विभाग हरकत में आ गया है। अब इस हमले को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं। मास्टरमाइंड विकास दुबे ने साजिश के तहत पुलिसकर्मियों पर हमला किया। विकास ने अपने जिस घर से यह साजिश रची उसका वह घर किसी किले से कम नहीं।

शातिर दिमाग वाले विकास दुबे ने अपना ऐसा घर बनाया कि उसमें कोई भी खो जाए। उसके घर में तीन बड़े दरवाजे थे जो तीन दिशाओं में खुलते हैं। छत पर जाने के लिए दो सीढ़ियां थीं। सभी दरवाजों पर दो-दो सीसीटीवी कैमरे भी लगाए हुए थे। उसके घर में तहखाने भी होने की बात हो रही है।

विकास दुबे जब चलता है तो उसके साथ कई गाड़ियों का काफिला साथ में होता है। इसके अलावा मास्टरमाइंड विकास दुबे 30 से 35 गनर को लेकर अपने साथ चलता है। उसके काफिले में दर्जनों गाड़ियां होती हैं। उसका रहन सहन किसी राजा से कम नहीं है। उसकी सभी राजनीतिक पार्टियों में पैठ है। राजनेताओं के बीच भी उसका सिक्का चलता है। इसी का नतीजा है कि पुलिस उस पर हाथ डालने से बचती रहती है।

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इसके अलावा उसके घर के चारों तरफ ऊंची-ऊंची चाहरदीवारी बनाई गई है घर में कोई घुस न सके इलिए लिए कटीले तारों की बैरीकेटिंग कर रखी थी। घर के अंदर बाहर से कोई नहीं देख सकता था। लेकिन विकास दुबे के छत से पूरां गांव दिखता था। गुरुवार रात लगभग एक बजे पुलिस की टीम विकास के घर के पास पहुंची तो साजिश के तहत घर से कुछ दूरी पर जेसीबी से रास्ते को रोक दिया गया था।

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इसी वजह पुलिस की टीम गांड़ी से उसके घर तक नहीं पहुंच पाई। बताया जा रहा है कि विकास और उसके साथी लाठी-डंडा और असलहे लेकर पहले से ही तैयार थे। जब पुलिस टीम आगे बढ़ी तो उन्होंने पुलिस के असलहों को छीन लिया और अंधाधुंध फायरिंग कर दी।

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छतों से भी अंधाधुंध फायरिंग

विकास दुबे के साथ हमले के समय कितने लोग थे इसकी कोई जानकारी नहीं मिल पाई है, लेकिन जांच में सामने आया है कि कई गांव वाले भी साथ थे विकास ने अपने बदमाश साथियों को पहले से ही साजिश के तहत अपने घर और उसके आसपास के मकानों की छतों पर तैनात किया था। जब पुलिस टीम के लोग मौके से जान बचाने के लिए तब छतों से भी अंधाधुंध फायरिंग हुई थी।

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