हैवान बनी माँ: अपने ही बच्चे को फेंका खेत में, इस महिला ने पहुंचाया अस्पताल

मानवता को शर्मसार करने वाली घटना बाराबंकी जनपद के थाना जहांगीराबाद इलाके के गाँव कैलाशपुरी की है जहाँ एक घास काटने गए दम्पत्ति को धान के खेत में एक बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी।

Update: 2020-08-30 11:08 GMT
गांववालों ने बचाई नन्हें नवजात की जान (file photo)

बाराबंकी: माता पिता एक सन्तान की चाहत में देवी - देवताओं की चौखट पर अपना माथा रगड़ते है तब कहीं जाकर उनके भाग्य में भगवान सन्तान का सुख देते हैं लेकिन कुछ ऐसी भी घटनाएं यदा कदा सामने आती है जहाँ बच्चे की जान लेने के लिए इसके माँ या बाप मरने के लिए छोड़ देते हैं । ऐसी ही एक घटना सामने आयी है बाराबंकी से जहाँ बच्चे को जिन्दा मर जाने के लिए फेंक दिया जाता है लेकिन ग्रामीण उसकी जान बचा लेते है ।

ये भी पढ़ें:पुल नदी में बहा: करोड़ों की लागत से बना था, एक झटके में भरभरा कर आ गया नीचे

घटना बाराबंकी जनपद के थाना जहांगीराबाद इलाके के गाँव कैलाशपुरी की है

मानवता को शर्मसार करने वाली घटना बाराबंकी जनपद के थाना जहांगीराबाद इलाके के गाँव कैलाशपुरी की है जहाँ एक घास काटने गए दम्पत्ति को धान के खेत में एक बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। इस दम्पत्ति ने जाकर देखा तो खेत में पानी भरा हुआ था और उसी पानी में एक नवजात बच्चा पड़ा रो रहा था । बच्चे के शरीर पर चींटी और बरसाती कीड़े रेंग रहे थे और बच्चा मिट्टी से सना हुआ था । बच्चे के पड़े होने की सूचना इन लोगों ने आसपास के लोगों को देकर बच्चे को घर उठा लाये। घर लाने के बाद इस दम्पत्ति ने बच्चे की साफ-सफाई की और इसकी सूचना ग्रामप्रधान के माध्यम से पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को दी। जिसके बाद यह लोग एम्बुलेन्स से बच्चे को लेकर जिला अस्पताल आ गए ।

बच्चे को घर और फिर अस्पताल लाने वाली महिला ने बताया कि वह अपने पति के साथ जानवर को खिलाने के लिए खेतों में घास काटने गयी थी और बच्चे को देखकर वह उसे घर और फिर अस्पताल लेकर आ गयी । बच्चा धान के खेत में भरे पानी में पड़ा हुआ था और उसके ऊपर चींटी और कीड़े रेंग रहे थे जिससे बच्चे रो रहा था। मिट्टी से सने बच्चे को उन लोगों ने घर लाकर साफ सफाई की और फिर उसे लेकर अस्पताल आ गए ।

नवजात शिशु (file photo)

स्थानीय ग्रामप्रधान राजकुमार ने बताया

स्थानीय ग्रामप्रधान राजकुमार ने बताया कि उन्हें बच्चे के खेत में मिलने की सूचना मिली तो उन्होंने स्थानीय पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को दी जिससे तत्काल एम्बुलेन्स मौके पर आ गयी और बच्चे को लेकर अस्पताल आ गए । बच्चा लेकर अस्पताल आने वाली महिला राजमती के ससुर स्वामी दयाल ने बताया कि बच्चा किसका है यह पता नही चल पाया है मगर उनके परिवार बच्चे को लेकर अस्पताल आया है जिससे उसकी जान बचाई जा सके ।

ये भी पढ़ें:सुशांत की बहन जानती थी: हुआ ये सबसे बड़ा खुलासा, रिया विलेन है या नहीं

जिला अस्पताल में तैनात डॉक्टर एम .ए . खान ने बताया कि बच्चा अब स्वस्थ है और वह पूरे 36 महीने का है । उसे प्राम्भिक उपचार दिया जा रहा है और चाइल्ड लाइन को सूचना दे दी गयी है जो आगे की विधिक कार्यवाई करेगा ।

दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।

Tags:    

Similar News