Sonbhadra: बसपा राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र ने BJP पर बोला बड़ा हमला, मंदिरों पर गैर ब्राह्मणों का कब्जा कराने की हो रही साजिश

Sonbhadra: बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने बुधवार को भाजपा पर बड़ा हमला बोला।

Published By :  Vidushi Mishra
Update:2021-08-18 22:13 IST

सतीश चंद्र मिश्र

Sonbhadra: बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने बुधवार को भाजपा पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने राबर्ट्सगंज के रामलीला मैदान में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग के सम्मान सुरक्षा और तरक्की की विचार संगोष्ठी में प्रदेश की भाजपा सरकार पर, मंदिरों पर गैर ब्राह्मणों का कब्जा कराने की साजिश करवाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सभी प्रमुख मंदिरों पर मठ से लोगों को निकालकर किसी न किसी बहाने गैर ब्राह्मणों को दायित्व दिलवाया जा रहा है। इसके पीछे आने वाले सालों में ब्राह्मणों को पूरी तरह मंदिरों से हटाकर गैर ब्राह्मणों को कब्जा कराए जाने की साजिश है।

भाजपा पर राम मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद भी सियासत जारी रखने का आरोप लगाते हुए कहा कि एक साल बाद भी मंदिर की नींव भरने तक का काम शुरू नहीं किया जा सका है। पिछले वर्ष पांच अगस्त को महज पांच ईंट पूजी गई। इस वर्ष के पांच अगस्त को सिर्फ मंदिर के प्रतीकात्मक ढांचे की पूजा कर नींव भराई का काम आगे के लिए टरका दिया गया।मंदिर निर्माण के लिए नए सिरे से इकट्ठा किए गए 10 हजार करोड़ का खर्च किस रूप में और कहां किया जा रहा है? इसकी भी जानकारी नहीं दी जा रही।

ब्राह्मणों और दलितों को लक्ष्य बनाकर किया जा रहा प्रताड़ित:

मंदिर निर्माण के नाम पर ब्राह्मण समाज से वोट और नोट लेने के बाद चोट पहुंचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में ब्राह्मणों और दलितों को लक्ष्य बनाकर प्रताड़ित किया जा रहा है। कानपुर के बिकरू कांड की आड़ में कई मजबूत ब्राह्मणों की हत्या कर दी गई। 50 से अधिक लोगों को जेल में ठूंस दिया गया है। 100 अज्ञात के नाम मुकदमा दर्ज कर अभी भी लोगों को प्रताड़ित किया जाने का काम जारी है।

चाहे गोरखपुर हो या सोनभद्र या वाराणसी हर जगह ब्राह्मणों को किसी न किसी बहाने प्रताड़ित कर उनके अस्तित्व पर चोट पहुंचाई जा रही है। कहा कि जिस तरह से पहले दलितों का उत्पीड़न किया जाता था। अब उसी तर्ज पर ब्राह्मणों का भी लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है।

भाजपा ने हमेशा ब्राह्मणों सहित सर्व समाज का सम्मान करने का काम किया है। विचार गोष्ठी के बहाने सर्व समाज के स्वाभिमान को जगाने का काम किया जा रहा है। उन्हें पूर्ण विश्वास है कि प्रदेश के 16% ब्राह्मण 23% दलित तथा पिछड़ा और अल्पसंख्यक मिलकर पांचवी बार मायावती के नेतृत्व में बहुजन समाज पार्टी की सरकार बनाएंगे।

छाया रहा कोन क्षेत्र में राजकुमार दूबे की हुई हत्या का मामला:

दो दिन पूर्व कोन थाना क्षेत्र के मिश्री गांव में पुलिस की कथित पिटाई से बुजुर्ग राजकुमार दुबे की भी मौत का मामला बसपा के कार्यक्रम में पूरे समय तक छाया रहा। कार्यक्रम की शुरुआत में ब्राह्मण समाज के जिलाध्यक्ष अशोक चौबे, आशीष मिश्रा बागी, विधानसभा संयोजक नंदलाल पांडेय, गोविंद मिश्रा आदि ने इस मसले को तो प्रमुखता से उठाया ही, सतीश चंद्र मिश्रा ने भी इसको लेकर सरकार पर हमला बोला।

उन्होंने कहा कि जिस तरह से पुलिस ने पिटाई कर बुजुर्ग ब्राह्मण की जान ले ली, उसके मुताबिक पुलिस कर्मियों पर भी हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। यह सीधे-सीधे कानून व्यवस्था के ध्वस्त होने का द्योतक है।


पूरे प्रदेश में यही स्थिति होने की बात करते हुए कहा कि हर दो घंटे में किसी न किसी महिला-बेटी की इज्जत लूटी जा रही है। बिरादरी विशेष के लोगों को अपराध करने की खुली छूट दी जा रही है। हाथरस मामले का हवाला देते हुए कहा कि दुष्कर्म के बाद हत्या का शिकार हुई बेटी का शरीर तब उसके परिवार वालों का सौंपा नहीं गया।

उन्होंने आरोप लगाया कि 2017 में सरकार बनने के बाद से ही ब्राह्मणों की हत्या करवाने का सिलसिला शुरू हो गया था जो अब तक जारी है। --सपा को बताया गुंडों माफियाओं का संरक्षकः बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने सपा पर भी जमकर निशाना साधा।

उन्होंने कहा कि सपा सरकार के समय में भी ब्राह्मणों और दलितों का उत्पीड़न किया गया। लोगों से झूठा वायदा किया गया। सपा के राज में गुंडों माफियाओं का अघोषित राज तक स्थापित हो गया था। इससे उबकर जनता ने भाजपा को सत्ता सौंपी थी लेकिन किसानों को आय दोगुना करने का लालच देकर उनकी जमीन हड़पने का कानून बना दिया गया। हर साल दो करोड़ नौकरी देने का वायदा कर नौकरी छीनी जाने लगी। इसी तरह अन्य योजनाओं का लाभ देने में भी भेदभाव बढ़ता जा रहा है।

शंखनाद और स्वस्तिवाचन से हुई कार्यक्रम की शुरुआतः

बसपा के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन की शुरुआत वर्ष 2004 में किए गए ब्राह्मण सम्मेलन के तर्ज पर ही की गई। जैसे ही सतीश चंद्र मिश्रा मंच पर पहुंचे ब्राह्मणों के एक दल ने शंखनाद तो दूसरी तरफ स्वस्तिवाचन शुरू हो गया। उसी समय बारिश भी शुरू हो गई, जिस पर सतीश चंद्र मिश्रा का कहना था कि उन्हें इंद्रदेव का भी आशीर्वाद मिल रहा है।

जिले के पदाधिकारी अविनाश शुक्ला ने गदा भेंट कर उनका स्वागत किया। अध्यक्षता कर रहे पूर्व ब्लाक प्रमुख कमलाकांत पांडेय, जिलाध्यक्ष बी सागर, पूर्व जिला अध्यक्ष रामचंद्र रत्ना, पूर्व सांसद नरेंद्र कुशवाहा, पूर्व विधायक सत्यनारायण जैसल आदि ने भी प्रदेश सरकार की नीतियों पर हमला बोला।

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