Sonbhadra News: प्रमुख सचिव ने ओबरा सी सहित अन्य बिजलीघरों का किया दौरा, दिए कई निर्देश

कई बिजली इकाइयों की बंदी के चलते प्रदेश में गहराते बिजली संकट के बीच सूबे के प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं ऊर्जा निगमों के चेयरमैन एम देवराज..

Published By :  Deepak Raj
Update: 2021-08-26 18:46 GMT

उर्जा के प्रमुख सचिव एम देवराज निरीक्षण करते हुए

Sonbhadra News: कई बिजली इकाइयों की बंदी के चलते प्रदेश में गहराते बिजली संकट के बीच सूबे के प्रमुख सचिव ऊर्जा एवं ऊर्जा निगमों के चेयरमैन एम देवराज ने बृहस्पतिवार को सोनभद्र का दौरा कर निर्माणाधीन परियोजना के कार्य, विद्युत उत्पादन एवं अनुरक्षण में चल रही इकाइयों के कार्य की स्थिति जानी। कार्यस्थल का भी निरीक्षण किया और बेहतरी के लिए मातहतों को कई निर्देश दिए। दिसंबर 2021 तक ओबरा सी की 660 मेगावाट वाली पहली इकाई लाइटअप हो जाए इसका विशेष ख्याल रखने को कहा।

परियोजना का निरीक्षण करते प्रमुख सचिव उर्जा एम देवराज

ताकि इस इस परियोजना से 2022 में नियमित विद्युत उत्पादन का लक्ष्य पूरा किया जा सके। प्रमुख सचिव ऊर्जा एम देवराज सबसे पहले ओबरा पहुंचे। गेस्ट हाउस में ओबरा परियोजना के महाप्रबंधक एवं अन्य अधिकारियों के साथ ही ओबरा सी का निर्माण कार्य करा रही दुसान कंपनी के अधिकारियों से जरूरी जानकारी ली। इसके बाद 1620 मेगावाट वाली ओबरा सी और 1096 मेगावाट वाली ओबरा परियोजना दोनों का निरीक्षण कर संबंधितों को जरूरी दिशा निर्देश दिए। ओबरा सी के काम में तेजी लाने की हिदायत देते हुए कहा कि इसमें किसी तरह की ढील बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

2022 में इस परियोजना से हर हाल में वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हो जाए

उन्होंने कहा कि 2022 में इस परियोजना से हर हाल में वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हो जाए इसके लिए जरूरी है कि इस वर्ष के दिसंबर तक परियोजना की पहली इकाई हर हाल में लाइटअप कर ली जाए। मजदूरों के भुगतान के मसले पर कहा कि उनका समय से भुगतान सुनिश्चित किया जाए। धन की कमी आड़े नहीं आने दी जाएगी। जरूरत के मुताबिक समय से डिमांड भेजने का भी निर्देश दिया। कहा कि यह परियोजना मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में है। इसमें किसी भी तरह की ढील अक्षम्य है। उन्होंने संयंत्र स्थापना स्थल के साथ ही परियोजना परिसर में कराए जा रहे अन्य कार्यों का निरीक्षण किया।


स्थलीय निरीक्षण करते प्रमुख उर्जा सचिव व अन्य अधिकारी


कार्य की बेहतरी के लिए कई निर्देश दिए। इसके बाद हाइडिल उपकेंद्र, परियोजना के इंटर कॉलेज, परियोजना अस्पताल का भी निरीक्षण किया। अस्पताल में मरीजों के लिए उपचार की व्यवस्था और कॉलेज में छात्रों के लिए पठन-पाठन की व्यवस्था बेहतर बनाए रखने के निर्देश दिए। कहा कि परियोजना स्तर से जितना बन सकता है, उतना इनकी बेहतरी के लिए किया जाए। ज्यादा दिक्कत हो तो उन्हें अवगत कराएं। वह अपने स्तर से भी इसके लिए धन उपलब्ध करवाने का प्रयास करेंगे। चार घंटे से अधिक समय तक निरीक्षण के बाद परियोजना परिसर में ही बैठक कर, कराए जा रहे कार्यो की बारी-बारी से समीक्षा की और कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।


अधिकारियों के साथ बैठक करते प्रमुख सचिव उर्जा एम देवराज


शाम को वह यहां से पिपरी पहुंचे। वहां रिहंद जल विद्युत क्षेत्र की इकाइयों से विद्युत उत्पादन, रिहंद डैम का जलस्तर, विद्युतगृह के रखरखाव आदि के बारे में जानकारी हासिल की और जरूरी निर्देश दिया। वहां से अनपरा के लिए रवाना हो गए। शुक्रवार को वह अनपरा परियोजना का निरीक्षण करेंगे। अधिकारियों के साथ बैठक कर यहां की स्थिति की समीक्षा भी करेंगे। इसके बाद लखनऊ के लिए वापस हो जाएंगे। बता दें कि अनपरा परियोजना की 500 मेगावाट वाली सातवीं इकाई से लगातार उत्पादन बनाए रखना लंबे समय से चुनौती बना हुआ है।

प्रमुख सचिव की तरफ से इस पर गहन समीक्षा की जा सकती है। विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति ओबरा के संयोजक इं. अदालत वर्मा की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रमुख सचिव से मुलाकात कर कर्मियों से जुड़े 11 सूत्रीय मसलों से अवगत कराया और उस पर पहल की मांग की। प्रमुख सचिव ने भी सार्थक पहल का भरोसा दिया। इस दौरान सीजीएम दीपक कुमार, जीएम प्रशासन जीके मिश्रा, जीएम कंस्ट्रक्शन ओबरा सी प्रकाशचंद्र अग्रवाल, जीएम सिविल एके श्रीवास्तव, अधीक्षण अभियंता सिविल एके राय आदि की मौजूदगी बनी रही। 

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