Sonbhadra News: अपहरण की फिल्मी कहानी मनगढ़ंत या हकीकत, उलझ गई पुलिस, पहाड़ी के पास बेहोश मिला था युवक
Sonbhadra News: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में विंढमगंज थाना क्षेत्र के कोन विंढमगंज मार्ग पर ओझा पहाड़ी के पास रविवार की सुबह झारखंड निवासी एक युवक को बेहोशी में मिला उसका अपहरण होने का दावा है।
Sonbhadra News: उत्तर प्रदेश सोनभद्र जिले में विंढमगंज थाना क्षेत्र के कोन विंढमगंज मार्ग पर ओझा पहाड़ी के पास रविवार की सुबह झारखंड निवासी एक युवक को बेहोशी हालत में पड़ा पाए जाने से सनसनी फैल गई। सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया। जानकारी पाकर पहुंची झारखंड पुलिस ने भी उसका बयान दर्ज किया और अपने साथ गढ़वा जिले के धुरकी थाना लेती गई।
युवक का कहना है कि वह पांच दिन पूर्व अपने घर से जनपद के विंढमगंज में बाजार करने आया था। लौटते वक्त उसे स्कार्पियों सवारों ने अगवा कर लिया। रविवार की तड़के तक उसे जंगल में रखने के बाद बेहोशी की हालत में ओझा पहाड़ी के पास लाकर छोड़ दिया। हालांकि झारखंड पुलिस उसकी इस कहानी पर विश्वास नहीं कर पा रही है। उनका मानना है कि माजरा कुछ और है? जल्द ही सच सामने आ जाएगा।
सड़क पर टहलने निकले लोगों ने युवक के बेहोश होने की सूचना पुलिस को दी
विंढमगंज थाना क्षेत्र के सीतामोड़ बस स्टैंड से कोन के लिए गई सड़क पर रविवार की सुबह टहलने निकले लोगों ने देखा कि ओझा पहाड़ी (विंढमगंज से 5 किमी दूर) के पास एक बाइक गिरी पड़ी है और पास में ही एक युवक बेहोश पड़ा हुआ है। सूचना पाकर पहुंची पुलिस उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र विंढमगंज लाई जहां होश में आने के बाद उसने बताया कि वह झारखंड राज्य के धुरकी थाना अंतर्गत सोनडीहा बीरबल गांव का निवासी है।
स्कॉर्पियो सवार लोगों ने युवक को खींचकर गाड़ी में बैठा लिया
उसका नाम महबूब अंसारी (28) पुत्र अलमुदीन अंसारी है। उसने बताया कि गत मंगलवार को अपने घर से शाम लगभग चार बजे के करीब विंढमगंज बाजार करने के लिए आया हुआ था। यहां से लौटते वक्त स्कॉर्पियो पर सवार तीन व्यक्ति मिले। स्कार्पियो बाइक के नजदीक खड़ा कर उन्हें बुलाया। स्कॉर्पियो के पास पहुंचते ही उसे खींच कर गाड़ी में बैठा लिया गया। इसके बाद उसकी बाइक को भी स्कॉर्पियो में सवार एक व्यक्ति नीचे उतर कर चलाते हुए लेकर चल दिया।
लगभग पांच दिन तक उसे जंगल में रखने के बाद रविवार की सुबह मारपीट कर सफेद रंग का पाउडर जबरिया खिला दिया। इसके बाद बेहोशी की हालत में कोन-विंढमगंज मार्ग पर फेंक कर भाग गए। उधर इसकी जानकारी मिलने के बाद झारखंड राज्य के धुरकी थाना की पुलिस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र विंढमगंज पहुंची। महबूब से पूछताछ कर जरूरी जानकारी हासिल की।
पुलिस के सवालों के जवाब नहीं दे पा रहा युवक
इसके बाद यहां से उसे विस्तृत पूछताछ के लिए धुरकी थाने लेते गए। विंढमगंज आए एसआई आलोक कुमार का कहना था कि अपहरण करने वालों ने उसका क्यों अपहरण किया? उसे जंगल में कहां-कहां रखा गया और किस तरह की जानकारी उससे मांगी गई? इसके बाद अचानक से उसे छोड़ क्यों दिया गया? इन सवालों का जवाब वह नहीं दे पा रहा है इससे यह समझ में आ रहा है कि उसकी कहानी काफी हद तक मनगढ़ंत है। जल्द ही सच्चाई सामने आ जाएगी।