सोनभद्र में दर्दनाक हादसाः पहाड़ी के पास से मिट्टी निकालते वक्त ढूहा ढहा, दो की मौत

सोनभद्र के घोरावल कोतवाली क्षेत्र के शिल्पी गांव में रविवार को पहाड़ी के पास से मिट्टी निकालते वक्त ढहे ढूहे ने दो ग्रामीणों की जान ले ली। जबकि चार गंभीर रूप से घायल हैं।

Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-10-24 09:08 GMT

सोनभद्र में दर्दनाक हादसा

Sonbhadra : यूपी के सोनभद्र में दर्दनाक हादसा हो गया। यहां घोरावल कोतवाली क्षेत्र के शिल्पी गांव में रविवार को पहाड़ी के पास से मिट्टी निकालते वक्त ढहे ढूहे ने दो ग्रामीणों की जान ले ली। जबकि चार गंभीर रूप से घायल हैं। उन्हें उपचार के लिए घोरावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले आया गया है।

उधर, सूचना पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया में लगी हुई है। हादसे के बाद से गांव में कोहराम की स्थिति है। पीड़ित परिवार वालों की स्थिति को देखते हुए उन्हें आर्थिक मदद दिए जाने की मांग की जा रही है।

मलबे में दबे कई लोग 

ग्रामीणों के मुताबिक दोपहर 12 बजे के करीब घोरावल कोतवाली क्षेत्र के गुरवल गांव निवासी दर्जन भर ग्रामीण शिल्पी गांव स्थित पहाड़ी के पास मौजूद थे से मिट्टी निकालने के लिए गए हुए थे। बताते हैं कि पहले भी यहां से मिट्टी निकाले जाने के कारण ढूहे में सुरंगनुमा जगह बनी हुई थी। उसी सुरंगनुमा जगह से मिट्टी निकाली जा रही थी।

बताते हैं कि सुरंगनुमा जगह गहरी होने के कारण अचानक से भरभरा कर ढह गई। इससे वहां मिट्टी निकाल रहे गुरवल निवासी सूरज कुमार (20), दिलीप (18), राजकुमार कोल (36), जितेंद्र (28), विजय (50) और गंगाराम (50) मलबे में दबकर चीखने लगे। उनकी चीख-पुकार पर आपके गांव के लोग भी पहुंच गए।


तत्काल मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। इसके बाद ग्रामीणों ने किसी तरह मलबा हटाकर उस में दबे लोगों को बाहर निकाला। तब तक राजकुमार कोल और सूरज कुमार की मौत हो चुकी थी। वहीं दिलीप,गंगाराम, विजय और जितेंद्र की हालत थी बेसुध सी बनी हुई थी।

हादसे से मचा कोहराम

आनन-फानन में उन्हें घोरावल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया गया। वह तत्काल भर्ती कर उपचार शुरू किया गया। डॉक्टरों के मुताबिक भर्ती किए गए चारों ग्रामीण अब बेहतर महसूस कर रहे हैं। उनका उपचार जारी है।

हादसे का शिकार हुआ सूरज अपने मां-बाप का इकलौता लाडला था। तीन बहनों का अकेला भाई था। अभी उसकी शादी भी नहीं हुई थी। जैसे ही इस घटना की खबर उसके घर पहुंची कोहराम मच गया। मां और बहनें पछाड़ खाकर गिर पड़ीं। घटनास्थल पर भी उनका करूण क्रंदन लोगों को गमगीन बनाए रहा।

उधर, मृतक राजकुमार के दो पुत्र और एक पुत्री है। हादसे की खबर सुनकर पत्नी की हालत जहां बेसुधों वाली बनी हुई थी। वहीं उसके बच्चों का पालन पोषण कैसे होगा? इसकी चिंता परिचितों को सताए हुए थी। बता दें कि मध्य प्रदेश से सटी एरिया में अक्सर इस तरह की घटनाएं होती रहती हैं। पूर्व के वर्षों में भी मिट्टी का ढूहा ढहने के कारण कई जिंदगियां खत्म हो चुकी हैं।

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