UP Election 2022: दुद्धी में बड़ा सियासी उलटफेर, अद एस विधायक हरिराम चेरो ने थापा बसपा का दामन, Newstrack ने पहले ही जता दी थी संभावना
UP Election 2022: अपना दल (एस) विधायक हरिराम चेरो (MLA Hariram Chero) ने बहुजन समाज पार्टी (BSP) ज्वाइन कर लिया है।
UP Election 2022: न्यूजट्रैक द्वारा तीन दिन पूर्व जताई गई संभावना आखिरकार सच साबित हुई और सोनभद्र के दुद्धी विधानसभा (Duddhi Assembly Seat) में सोमवार को बड़ा सियासी उलटफर सामने आ ही गया। यहां के अपना दल (एस) विधायक हरिराम चेरो (MLA Hariram Chero) ने बहुजन समाज पार्टी (BSP) ज्वाइन कर लिया है। सोमवार को दोपहर बाद बसपा की जिला इकाई की तरफ से इसका आधिकारिक ऐलान भी कर दिया गया। संगठन के लोगों का दावा है कि अब वह दुद्धी विधायक के उम्मीदवार के रूप में बसपा से नई सियासी पारी शुरू करेंगे। पार्टी नेतृत्व की तरफ से भी इसके लिए करीब-करीब सहमति जता दी गई है।
न्यूजट्रैक ने पहले ही जता दी थी संभावना
दुद्धी सीट पर अपना दल एस और भाजपा के बीच टिकट बंटवारे को लेकर फंसे पेंच तथा नामांकन प्रक्रिया के पहले दिन ही विधायक हरिराम चेरो के पुत्र रंगराजन की तरफ से निर्दल उम्मीदवार के रूप में पर्चे की खरीदारी से इसके संकेत मिलने शुरू हो गए थे। चर्चाओं में भी विधायक हरिराम को जल्द बसपा ज्वाइन करने की बात उठने लगी थी। हो रही चर्चाओं और इसको लेकर न्यूजट्रैक द्वारा जताई गई संभावनाओं पर आखिरकार सोमवार को दोपहर बाद मुहर लगा ही दी गई।
मुख्य सेक्टर मंडल प्रभार मिर्जापुर मंडल पन्नालाल और बी सागर आदि की मौजूदगी में बसपा के जिला कार्यालय पर इसका आधिकारिक ऐलान भी कर दिया गया। इस दौरान मौजूद हरिराम चेरो ने भी बसपा की नीतियों में विश्वास जताते हुए दुद्धी विधानसभा से ही सियासी पारी जारी रखने की बात कही। उधर, बी सागर ने भी कहा कि इससे उनके संगठन को मजबूती मिलेगी और दुद्धी में हरिराम चेरो के जरिए बसपा मजबूती से लड़ाई लड़ने में कामयाब रहेगी।
2017 में अचानक से चर्चा में आए थे हरिराम चेरो
सोनभद्र। चेरो महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे हरिराम चेरो की किस्मत ने 2017 के विस चुनाव के समय में अचानक से पलटी खाई और दुद्धी में उम्मीदवारी की सभी चर्चाओं को विराम देते हुए अद एस उम्मीदवार के रूप में जनता के सामने आ गए। सामने उनकी लड़ाई सात बार के अविजित विधायम एवं पूर्व मंत्री विजय सिंह गोंड़ से थी लेकिन यहां भी मोदी लहर ने उनका साथ और कांटे के मुकाबले में विधायक बनने में कामयाब हो गए।
सीएम योगी की कार्यशैली तक पर उठा दिया था सवाल
पांच साल तक का उनका कार्यकाल भी औरों से हटकर रहा। कभी बालू खनन तो कभी अधिकारियों की कार्यशैली के खिलाफ तो हमलावर रहे ही, सीधे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक पर सवाल उठाकर पार्टी के लोगों को सकते में डाल दिया। यह बात अलग है कि दुद्धी क्षेत्र की एक बालू साइट को उनका खुला संरक्षण होने की भी चर्चाएं बनी रही। हालांकि इधर, कुछ महीने से सीएम योगी की तरफ उनका तेजी से झुकाव दिख रहा था लेकिन बदले समीकरण और सोनभद्र की राबटर्सगंज-दुद्धी सीट को लेकर अद एस-भाजपा के बीच बसे सियासी पेंच को देखते हुए, उन्होंने बसपा का दामन थामना ही बेहतर समझा।
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