Sonbhadra News: 11 वर्षीय छात्र के साथ हैवानियत, तीन घंटे तक टॉर्चर-मारपीट, मां के साथ भी अभद्रता, मामला पहुंचा महिला आयोग
Sonbhadra News: दुद्धी स्थित एक पब्लिक स्कूल में छात्रों से जुड़े एक मसले को लेकर, एक 11 वर्षीय छात्र को तीन घंटे तक कमरे में एक जगह बैठाकर मानसिक रूप से टॉर्चर किया गया।
Sonbhadra News: दुद्धी स्थित एक पब्लिक स्कूल (public school) में छात्रों से जुड़े एक मसले को लेकर, एक 11 वर्षीय छात्र को तीन घंटे तक कमरे में एक जगह बैठाकर मानसिक रूप से टॉर्चर करने और उसके साथ मारपीट किए जाने का कथित मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि इस दौरान उसे टार्चर करने के साथ ही, बीच-बीच में उसके साथ मारपीट की जाती रही। इसके बाद मां को बुलाकर अचानक से विद्यालय से नाम काट टीसी थमा दी गई।
आरोप है कि मां के साथ भी अभद्रता की गई। पीड़ित पक्ष ने कोतवाली से लेकर क्षेत्राधिकारी कार्यालय तक गुहार लगाई। कार्रवाई न होने पर बुधवार को दुद्धी पहुंची राज्य महिला आयोग की सदस्य अनीता सिंह से पीड़ा बयां की। उन्होंने मामले को गंभीरता से लेते हुए दुद्धी एसडीएम को त्वरित कार्रवाई का निर्देश देने के साथ ही रिपोर्ट तलब कर ली। वहीं मामले में विधिवत सुनवाई के लिए, पक्षों को बृहस्पतिवार को कलेक्ट्रेट में बुलाया गया है।
शारीरिक रूप से बीमार बच्चे को किया गया मानसिक टार्चर
बताते हैं कि दुद्धी स्थित एक पब्लिक स्कूल में 29 जून को विद्यालय के ही एक विद्यार्थी से जुड़े मामले को लेकर, शारीरिक रूप से बीमार बच्चे को लगभग सुबह नौ बजे से लेकर दोपहर बारह बजे तक एक कमरे (केबिन) में बंद सरीखे हालात में बैठाए रखा गया। परिवार के लोगों का आरोप है कि जो गलती बच्चे ने नहीं की थी, उसे जबरिया स्वीकार कराने के लिए लगातार तीन घंटे तक उसका मानसिक टार्चर किया गया।
बीच-बीच में उसके साथ मारपीट की गई। दोपहर बारह बजे के बाद काल कर उसकी मां को बुलाया गया। आरोपों के मुताबिक विद्यालय पहुंचते ही उसकी मां के साथ अभद्र व्यवहार शुरू कर दिया गया और बगैर कुछ कहने का मौका दिए, उसके हाथ में बच्चे की टीसी थमाकर विद्यालय से चलता कर दिया गया। यह जानते हुए भी कि बच्चा शारीरिक रूप से अस्वस्थ है। कम उम्र में उसकी तीन बार सर्जरी हो चुकी है। उसे हर घंटे बाथरूम जाना है। बावजूद उसे तीन घंटे तक एक जगह बैठाकर उसे असहनीय यातना दी गई। लंच भी नहीं करने दिया गया।
सेलफोन पर मां ने बताया कि उन्होंने मामले की जानकारी दुद्धी कोतवाली और क्षेत्राधिकारी कार्यालय जाकर दी। कोई कार्रवाई नहीं हुई तो बाल कल्याण विभाग से संपर्क किया। वहां से पता चला कि राज्य महिला आयोग की सदस्य दुद्धी पहुंची हुई है। तब उनसे मिलकर पूरी व्यथा बयां की। इसको गंभीरता से लेते हुए महिला आयोग की सदस्य अनीता सिंह ने एसडीएम दुद्धी को प्रकरण में त्वरित कार्रवाई करते हुए, जांच आख्या भेजने का निर्देश दिया। वहीं इस मामले में सुनवाई के लिए, संबंधित विद्यालय के प्रधानाचार्य, प्रबंधक, शिक्षकों को बृहस्पतिवार को कलेक्ट्रेट तलब कर लिया गया है। बच्चे के माता-पिता को भी उस दौरान उपस्थित रहने के लिए बुलाया गया है।
उत्पीड़न के लिए महिलाएं बेझिझक उठाएं आवाजः अनीता
राज्य महिला आयेाग (State Women's Commission) की सदस्य अनीता सिंह ने बुधवार को दुद्धी ब्लाक के खजुरी गांव में खजूरी गांव में महिला जन चैपाल लगाकर उनकी समस्याएं जानी। महिलाओं को उनके अधिकार बताए और हक के लिए बेझिझक आवाज उठाने के लिए प्रेरित किया। कहा कि कभी भी शोषण बर्दाश्त न करें। घर और सामाजिक स्तर पर समाधान न हो तो महिला हेल्प डेस्क तथा पुलिस की मदद लें।
वहां भी समाधान न हो तो बेझिझक राज्य महिला आयोग को सूचित करें। घरेलू हिंसा के मसले पर महिलाओं से बहू-बेटी में फर्क करने वाली सोच को त्यागने की अपील करते हुए कहा कि आपकी बेटी भी कहीं बहू बनी है या बनेगी, इस बात का ख्याल रखते हुए, बहू को बेटी सा प्यार दें। दहेज रूपी दानव के खात्मे के लिए भी महिलाओं से आगे आने की अपील की।
अधिकारियों से कहा कि गांवों में चैपाल लगाकर, समस्या का समाधान करें। यहां आओ, वहां जाओकृकहने की प्रवृत्ति त्यागें। कहा कि ऐसे अधिकारियों की सूची भी तैयार की जा रही है जिसे जल्द ही शासन को कार्रवाई के लिए प्रेषित किया जाएगा। संचालन महिला कल्याण विभाग की साधना मिश्रा ने किया। इसके पूर्व एसडीएम शैलेन्द्र कुमार मिश्रा, ब्लाक प्रमुख रंजनामणि चैधरी, बीडीओ दुद्धी मनीष मिश्रा, जिला प्रोबेशन कार्यालय के शेषमणि दुबे, डीसी एनआरएलएम अरूण जौहरी, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण से अधिवक्ता नितेश मिश्रा आदि ने जरूरी जानकारियां दी। इस मौके पर सीओ प्रदीप सिंह चंदेल, महिला थाना प्रभारी संतू सरोज, एबीएसए दुद्धी, प्रधान मुन्ना, सचिव राघवेंद्र सिंह, अरुण यादव आदि मौजूद रहे।