Jal Jeevan Mission: जल जीवन मिशन राष्ट्रवाद का काम, लापरवाह अभियंताओं पर गिरेगी गाज

Jal Jeevan Mission: जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सुस्त रफ्तार वाले इंजीनियरों और अधिकारियों को नल कनेक्शन संख्या के आधार पर कार्य को तेजी से पूरा कराने का निर्देश दिया।

Update:2022-08-03 21:08 IST

 जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह जल जीवन मिशन पर बैठक करते हुए: Photo- Newstrack

Lucknow: जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह (Water Power Minister Swatantra Dev Singh) ने जल जीवन मिशन के तहत प्रदेश की हर घर नल योजना (tap plan) की समीक्षा की। समीक्षा बैठक के दौरान जलशक्ति मंत्री ने सुस्त रफ्तार वाले इंजीनियरों को सीधा और सख्त संदेश दिया। उन्होंने अधिकारियों को नल कनेक्शन संख्या के आधार पर कार्य को तेजी से पूरा कराने का निर्देश दिया। मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने जिन इंजीनियरों की कार्य प्रगति कम है उन्हें तय समय सीमा के अनुसार पूरा कराने के निर्देश दिये हैं।

स्वतंत्र देव सिंह किसान बाजार (farmers market) स्थित राज्य पेयजल एवं स्वच्छता मिशन के गोमतीनगर स्थित सभागार में चल रही समीक्षा बैठक में मुख्य और अधीक्षण अभियंताओं से प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि हर घर नल योजना की प्रगति की निरंतर निगरानी की जिम्मेदारी मुख्य अभियंताओं की है।

काम गति नहीं पकड़ेगा तो इंजीनियरों के खिलाफ कार्यवाही

उन्होंने कहा कि जिन जिलों में घर-घर नल पहुंचाने का काम गति नहीं पकड़ेगा वहां के इंजीनियरों के खिलाफ कार्यवाही होगी। गांव-गांव में काम को गति देने के लिए फील्ड में उतरना पड़ेगा। निगरानी करने के साथ, जिला प्रशासन का सहयोग और ग्राम प्रधानों के साथ बैठकें करनी होंगी। उन्होंने इंजीनियरों से एक-एक करके प्रदेश में महिलाओं को दी जा रही पानी जांच की ट्रेनिंग और नल कनेक्शनों के बारे में सवाल पूछे। उन्होंने अधिशासी अभियंताओं को टाइम मैनेजमेंट कर काम करने की सलाह दी। अगर आप लोग सिर्फ समस्या बतायेंगे तो समस्या का समाधान कभी नहीं हो पाएगा।

जल जीवन मिशन

जल शक्ति मंत्री ने कहा कि जल जीवन मिशन (Jal Jeevan Mission) के तहत रेट्रोफिटिंग योजना से जुड़े गांवों में योजना पूरी होने के बाद भी यदि सभी घरों में नल कनेक्शन नहीं मिले तो एजेंसियों को बड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। ऐसी एजेंसियों के खिलाफ विभाग मुकदमा भी दर्ज कराएगा। जांच और कार्रवाई में लापरवाही बरतने वाले इंजीनियरों के खिलाफ भी कार्यवाही होगी।

समीक्षा बैठक के दौरान प्रमुख सचिव अनुराग श्रीवास्तव (Principal Secretary Anurag Srivastava) ने रेट्रोफिटिंग योजना से जुड़े गांव की चर्चा करते हुए निर्देश दिये कि योजना से आच्छादित गांव में हर हाल में सौ फीसदी कनेक्शन होना चाहिये। उन्होंने मंत्री को आश्वस्त कराया कि उनके द्वारा दिये गये निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन कराया जायेगा। बैठक में राज्य मंत्री जलशक्ति रामकेश निषाद, जल निगम के एमडी बलकार सिंह सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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