यहां पानी की एक एक बूंद को तरसते लोग, वहां मंत्री के स्वागत में बहाया हजारों लीटर साफ़ पानी
'जल ही जीवन है...जल नहीं तो कल नहीं।' ऐसे ही न जाने कितने स्लोगन के सहारे लोगों को जल का महत्व समझाया जाता है।
बागपत: 'जल ही जीवन है...जल नहीं तो कल नहीं।' ऐसे ही न जाने कितने स्लोगन के सहारे लोगों को जल का महत्व समझाया जाता है। जल दिवस भी मनाया जाता है। सरकार करोड़ों रुपए खर्च करके जल को बचा रही है, लेकिन सरकारी अमला ही सबसे ज्यादा जल की बर्बादी कर रहा है।
यकीन नहीं आता तो जरा तस्वीरों पर ध्यान दें। यहां कैबिनेट मंत्री एसपी सिंह बघेल के स्वागत में हजारों लीटर साफ पानी बर्बाद कर दिया गया। ऐसे में न तो किसी को जल दिवस की याद आई और न किसी ने पानी की इस बर्बादी के खिलाफ आवाज उठाई।
- पानी की बर्बादी की ये तस्वीरें हैं दिल्ली से सटे बागपत की।
- यहां सुबह से हजारों लीटर साफ पानी यूं ही बर्बाद कर दिया गया।
- किसी ने पानी की इस बर्बादी पर आवाज उठाने की हिम्मत भी नहीं जुटाई।
- इस पानी को बागपत के अधिकारियों के कहने पर बर्बाद किया जा रहा है।
कुछ ही समय बाद बड़ौत में यूपी के कैबिनेट मंत्री एस.पी.सिंह बघेल भारत संचार निगम लिमिटेड के 'सबका साथ सबका विकास' कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचेंगे।
चूंकि पारा 40 के पार है तो ऐसे में मंत्री जी के आने से पहले गर्म सड़क को ठंडा किया जा रहा है।
- इस पानी की बर्बादी से ऐसा नहीं लगता कि ये सड़क इस भीषण गर्मी में ठंडी हो जाएगी, लेकिन क्या करें मंत्री की रसूख के आगे कोई मजबूरी काम नहीं आती।
- बागपत में हिंडन नदी का पानी जहरीला होने की वजह से नदी से सटे गांवों में भी हैंडपंपों का पानी पीने लायक नहीं रहा।
- मजबूरी में लोग दूसरे गांवों से पानी ला रहें हैं और पानी की बूंद-बूंद को तरस रहें हैं।
अब सवाल उठता है कि ऐसे में आखिर पानी की बर्बादी क्यों की जा रही है? जिन लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है जब उनकी आखों के सामने पानी की बर्बादी की जा रही है।