कौन है सुभाष बाथम, जिसने खुद की मां के साथ की थी ऐसी शर्मनाक हरकत
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में एक शख्स ने 23 बच्चों को अपने घर के अंदर बंधक बना लिया था।और पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद आरोपी को गोली लगने के बाद बंधक 23 बच्चे छुड़ाएं गए। आरोपी शख्स की पहचान सुभाष बाथम के रूप में हुई है।
फर्रुखाबाद: उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में एक शख्स ने 23 बच्चों को अपने घर के अंदर बंधक बना लिया था।और पुलिस के साथ मुठभेड़ के बाद आरोपी को गोली लगने के बाद बंधक 23 बच्चे छुड़ाएं गए। आरोपी शख्स की पहचान सुभाष बाथम के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक अभी तक आरोपी की तरफ किसी प्रकार की मांग नहीं रखी गई है। अब सारे बच्चे सुरक्षित हैं।
आरोपी सुभाष बाथम ने 2001 में गांव के ही मेघनाथ नाम के व्यक्ति की हत्या की थी।सुभाष का वर्ष 2001 में गांव के ही मेघनाथ से नाली से पानी निकासी को लेकर विवाद हुआ था। इसी रंजिश में सुभाष ने मेघनाथ की चाकू से उसी के घर के बाहर गला काटकर हत्या कर दी थी। हत्या के आरोप में पुलिस ने उसे जेल भी भेजा था। ग्रामीणों के मुताबिक करीब डेढ़ साल पूर्व सुभाष जमानत पर छूट कर आया था। इस मामले में उसे उम्रकैद की सजा हुई । 2005 में उसे उम्रकैद हुई। 10 साल जेल में रहने के बाद हाईकोर्ट से उसे जमानत मिल गई। करीब तीन महीने पहले एसओजी ने फतेहगढ़ में हुई चोरी के आरोप में उसे जेल भेज दिया। वहां से डेढ़ माह पूर्व जमानत पर छूटा। खुद को फंसाने के शक में उसने पुलिस व ग्रामीणों से बदला लेने की योजना बना डाली।
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इस वजह से था नाराज
स्थानीय लोगों ने बताया कि करीब आठ महीने पहले मौधा गांव के अमर सिंह राठौर के खेत में रबड़ का पाइप चोरी हो गया था। पुलिस ने जांच की तो सुभाष का नाम सामने आया। पुलिस सुभाष को पूछताछ के लिए थाने लेकर आई। अंधेरा होने पर वह पुलिस को चकमा देकर भाग निकला था। पुलिस ने इसे गंभीरता से नहीं लिया और न सुभाष को पकड़ने का प्रयास किया। इसके बाद करीब चार महीने पहले स्वॉट टीम ने सुभाष को पकड़ा था। दो-तीन दिन तक पूछताछ के बाद छोड़ दिया था। तब से सुभाष स्वॉट टीम के दो सिपाही सचेंद्र सिंह व अनुज तिवारी से नाराज है।
उसका कहना है कि मोहल्ले के लालू तिवारी ने ही उसे पकड़वाया था। उसने अपनी चार बीघा जमीन बेच डाली है। वह अब धोखाधड़ी कर ही परिवार की गुजर बसर कर रहा है। गांव के लोग उसके सनकीपन के कारण उससे बोलने से भी घबराते हैं। जमानत पर बाहर आने के बाद सुभाष ने गांव की रुबी कठेरिया से प्रेम विवाह किया था। उसने एक वर्ष पहले अपनी मां को मारपीट कर भगा दिया था। तब से मां कहीं रिश्तेदारी में रहने लगी हैं। ।
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बहन की शादी
सुभाष दो भाई और एक बहन है। बहन की शादी फर्रुखाबाद शहर के एक मोहल्ले में रहने वाले युवक के साथ तय है। पिता जगदीश बाथम की 2006 में मौत हो चुकी है। छोटे भाई सोविंद उर्फ कल्लू की मौत बीमारी से करीब चार साल पहले मौत हो गई थी।