Pirates के चंगुल में फंसा है संतोष, PMO-सुषमा के दर पर पहुंची पत्नी

Update:2016-04-03 13:09 IST

वाराणसी: वाराणसी स्थित डीरेका के मुख्य लेखाधिकारी पद से रिटायर्ड वीरेंद्र प्रसाद के बेटे संतोष का समुंद्री लुटेरों ने अपहरण कर लिया। यह अपहरण बीते 26 मार्च को हुआ था। तभी से पूरा परिवार संतोष की सलामती के लिए अधिकारियों के दरवाजे पर खटखटा रहा है लेकिन अभी तक कोई भी सकारात्मक नतीजा नहीं निकल सका है।

इस मामले को लेकर संतोष की पत्नी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से भी अपने पति के रिहाई के लिए निवेदन किया है।

फिरौती की मांग कर रहे है लुटेरे

संतोष के पिता ने बताया कि उनका बेटा संतोष सिंगापुर की कम्पनी ट्रांसओशन सिंगापुर प्रा.ली शिपिंग कंबनी में थर्ड इंजीनियर (मैकेनिकल) पद पर नाइजीरिया में कार्यरत है।

बीते 26 मार्च को वह सुमंद्री मालवाहक शिप में नाइजीरिया के बंदरगाह से समुंद्र में कुछ दूर निकला ही था कि समुद्री लुटेरों ने शिप की रास्ते में रोक अंदर घुसकर तोड़फोड की और सवार भारत समेत कई देशों के कुल पांच लोगों का अपहरण कर लिया।

लुटेरे उन्हें अज्ञात स्थान पर ले जाकर कंपनी से फिरौती मांग रहे है। कम्पनी और अपहरणकर्ताओं के बीच अभी तक कोई ठोस बातचीत नहीं हो पाई है। पिछले आठ दिन से इंजिनियर लुटेरों के कब्जे में ही है।

पत्नी ने कंपनी की मुंबई स्थित शाखा में भी अपने पति की सलामती के लिए बात की लेकिन कंपनी की ओर से कोई समुचित आश्वासन नहीं दिया जा रहा है।

पीएमओ और विदेश मंत्री से लगाई गुहार

संतोष की पत्नी कंचन और उसके भाई ज्ञान (डीरेका कर्मी) ने पीएम के संसदीय कार्यालय में शनिवार को मदद के लिए गुहार लगाई। साथ ही विदेश मंत्री को भी मेल किया है। मगर कहीं से कोई राहत नहीं मिलने पर परिवार अब भगवान की शरण में है।

पत्नी कंचन ने खाना पीना छोड़ दिया है बस अपने पति के आने की गुहार लगा रही है। मुलतः समस्तीपुर बिहार के संतोष कुमार का परिवार मंडुवाडीह के राजतिलक नगर कालोनी में कई वर्षों से रहते है। परिवार में पिता वीरेंद्र प्रसाद डीरेका के पूर्व लेखाधिकारी पद से रिटार्यड हुए थे। घर में मां निर्मला ठाकुर पत्नी कंचन और एक बच्ची चारू रहते हैं।

 

Tags:    

Similar News