Chitrakoot News: बिना नंबर के डंपर ढो रहे बालू, प्रशासन को है हादसे का इंतजार
Chitrakoot News: ज्यादातर बिना नंबर वाले डंपर राजनीतिक रसूखदारों के बताए जा रहे हैं। बांदा जिले की केन नदी से ओवरलोड कर बालू ढोई जा रही है। यह डंपर किसी भी समय शहर के भीतर से गुजरते हैं। जिनको कोई रोक नहीं पा रहा है और हादसों की संभावना बनी रहती है।
Chitrakoot News: मुख्यालय से इन दिनों बालू, गिट्टी आदि लेकर गुजरने वाले लगभग 90 फीसदी ट्रक और डंपर बिना नंबर प्लेट के ही फर्राटा भर रहे हैं। ज्यादातर बिना नंबर वाले डंपर राजनीतिक रसूखदारों के बताए जा रहे हैं। बांदा जिले की केन नदी से ओवरलोड कर बालू ढोई जा रही है। यह डंपर किसी भी समय शहर के भीतर से गुजरते हैं। जिनको कोई रोक नहीं पा रहा है और हादसों की संभावना बनी रहती है।
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बालू की डिमांड से बढ़ी सप्लाई
पड़ोसी जनपद बांदा की केन नदी की बालू क्वालिटी में बहुत अच्छी मानी जाती है। जिससे यहां की बालू लोग अधिक पसंद करते हैं। यही वजह है कि केन नदी की बालू दूर-दूर के जनपदों तक भेजी जाती है। भरतकूप क्रशर मंडी से भी रोजाना करीब पांच सौ ट्रक-डंपर गिट्टी लेकर निकलते हैं। इनमें ज्यादातर कर्वी मुख्यालय से होकर गुजरते हैं। बताते हैं कि करीब 90 फीसदी ट्रकों व डंपरों में नंबर प्लेट तक नहीं है। यही हाल बांदा से बालू लेकर फर्राटा रहे रसूखदारों के डंपरों का भी है। कुछ डंपरों में आगे की तरफ नंबर प्लेट लगी है तो पीछे गायब है। नंबर प्लेट न लगी होने पर यह ट्रक कभी हादसा होने पर वहां से निकल जाते हैं। लोगों को यह भी पता नहीं चल पाता कि हादसा किस वाहन से हुआ है। बिना नंबर प्लेट के फर्राटा भर रहे रसूखदारों के ट्रकों और डंपरों के खिलाफ कोई जिम्मेदार कार्रवाई नहीं कर रहा है।
सीसीटीवी कैमरे बने शोपीस
शहर के चौराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरे महज शोपीस जैसे बनकर रह गए हैं। वजह यह है कि इन कैमरों के सामने से रोज बिना नंबर के डंपर गुजरते हैं, लेकिन इसे देखने के बावजूद किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता। दरअसल, जांच के नाम पर पुलिस, परिवहन और खनिज विभाग महज खानापूरी कर रहे हैं। प्रमुख चौराहों से लेकर शिवरामपुर व राजापुर में सीसीटीवी कैमरे लगे है, फिर भी बिना नंबर प्लेट वाले ट्रक-डंपर बेधड़क चल रहे है। थाना व चौकियों के सामने गुजरने वाले इन ट्रकों को कोई हाथ तक देने वाला नहीं है।
शहर में हादसों का खतरा
पुलिस प्रशासन ने शहर में सुबह साढ़े बजे के बाद से भारी वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी लगा रखी है। इसके पहले भारी वाहन शहर के भीतर से गुजरते है। बताते हैं कि कुछ रसूखदारों के डंपर नो इंट्री के दौरान भी निकलते है, ऐसे वाहनों से हादसों का खतरा बना रहता है। शहर के भीतर मनमानी रफ्तार से डंपर दौड़ लगाते हैं। कई बार पूर्व में हादसे भी हो चुके हैं।
ये कहना है जिलाधिकारी का
इस बारे में डीएम अभिषेक आनंद का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि टीमें बनाकर ओवरलोड व बिना नंबर प्लेट के चल रहे ट्रकों व डंपरों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई की जाए। सड़कों में अगर ऐसी गाड़ियां पाई गई तो संबंधित जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।