अटल भूजल योजना पर काम शुरू सूबे के 10 जनपदों के 26 विकासखण्ड चयनित
अटल भूजल योजना उप्र के अति दोहित 16 जनपदों के 26 विकासखण्डों में संचालित की जाएगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य भूगर्भ जल के अविवेकपूर्ण दोहन के प्रति आम जनता को जागरूक कर जल संचयन एवं जल प्रबंधन में आम लोगों को सहभागिता सुनिश्चित करना है।
लखनऊ। देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी के जन्मदिन सुशासन दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू की गई अटल भूजल योजना उप्र के अति दोहित 16 जनपदों के 26 विकासखण्डों में संचालित की जाएगी। इस योजना का मुख्य उद्देश्य भूगर्भ जल के अविवेकपूर्ण दोहन के प्रति आम जनता को जागरूक कर जल संचयन एवं जल प्रबंधन में आम लोगों को सहभागिता सुनिश्चित करना है।
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नई दिल्ली में अटल भूजल योजना के शुभारम्भ के अवसर पर उप्र के जलशक्ति मंत्री डा. महेन्द्र सिंह भी इस कार्यक्रम में शामिल थे। कार्यक्रम से पूर्व उन्होंने केन्द्रीय जलशक्ति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत से उनके आवास पर भेंट कर उप्र में जलशक्ति मंत्रालय के अधीन जल संचयन के लिए संचालित विभिन्न गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
अटल भूजल योजना में बुन्देलखण्ड के झांसी, ललितपुर, बांदा, हमीरपुर, चित्रकूट, महोबा जनपदों के 20 विकास खण्ड तथा मुजफ्फरनगर बागपत, शामली तथा मेरठ के 06 विकासखण्ड चिन्हित किये गये हैं। अटल भूजल योजना पर 06 हजार करोड़ रुपये की धनराशि व्यय की जायेगी। जिसमें से विश्वबैंक द्वारा 3000 करोड़ रुपये सहायता के रूप में उपलब्ध कराया जायेगा।
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उल्लेखनीय है कि अटल भूजल योजना उप्र समेत गुजरात, हरियाणा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र तथा राजस्थान संचालित की जायेगी। इस प्रकार सात राज्यों के 78 विकासखण्ड के अंतर्गत आने वाली 8350 ग्राम पंचायतें आच्छादित होंगी।