योगी के इन तीन मंत्रियों ने किया BJP के इस प्रत्याशी के पक्ष में एक मंच से लगाया जोर
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि आतंकवाद किसी धर्म का नहीं होता है। अगर किसी एक धर्म का होता तो जर्मनी की मस्जिद मे बेगुनाहों को नही मारते। पाकिस्तान के मदरसे मे मासूम की जान नहीं लेते।
शाहजहांपुर: यहां आज में बीजेपी प्रत्याशी के समर्थन में योगी सरकार के तीन मंत्री मंत्रियों ने जनता को अपने पक्ष मे वोट करने के लिए कृत्रिम बरसात का लाॅलीपाॅप दिया। इसके अलावा योगी के मंत्री ने मुस्लिमों को रिझाने के लिए लगे रहे।
उन्होंने साफ तौर पर कहा कि आतंकवाद किसी धर्म का नहीं होता है। अगर किसी एक धर्म का होता तो जर्मनी की मस्जिद मे बेगुनाहों को नही मारते। पाकिस्तान के मदरसे मे मासूम की जान नहीं लेते।
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दरअसल आज बीजेपी प्रत्याशी अरूण सागर के समर्थन मे यूपी के शाहजहांपुर लोकसभा सीट के लिए खिरनीबाग रामलीला मैदान मे जनसभा की गई। जिसमे कैबिनेट मिनिस्टर सुरेश खन्ना, कैबिनेट मिनिस्टर धर्मपाल सिंह और कैबिनेट मिनिस्टर स्वामी प्रसाद मौर्य सभा मे जमकर गरजे।
धर्मपाल सिंह ने कहा...
कैबिनेट मिनिस्टर धर्मपाल सिंह ने जनता को लुभाने के लिये तमाम लाॅलीपाॅप दिए। उन्होंने कहा कि कृतिम बरसात करने के लिए हमने चीन से बात की थी। लेकिन चीन ने कृतिम बरसात के बदले दस करोड़ मांगे थे। हम किसानों के लिए इतना पैसा देने को राजी हो गए थे। लेकिन बाद मे उन्होने कृतिम बरसात करने से इंकार कर दिया। उसके बाद हमने सोच लिया है कि कृतिम बरसात हम करवाएंगे। पहले चीन को दस करोड़ देना पङ रहे थे। लेकिन अब हम सिर्फ पांच करोड़ मे ही कृतिम बरसात करवा देंगे। मंत्री धर्मपाल सिंह ने कृतिम बरसात का जमकर लाॅलीपाॅप दिया।
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स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा...
वहीं कैबिनेट मिनिस्टर स्वामी प्रसाद मौर्य आज सभा मे मुस्लिमों पर ज्यादा मेहरबान दिखे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि आतंकवाद किसी भी धर्म का नही होता है। आतंकवाद हैवान होता है। अगर आंतकवाद मुस्लिम होता तो जर्मन कीकी मस्जिद मे बेगुनाहों को नही मारते। अगर आंतकवाद किसी एक धर्म का होता तो पाकिस्तान मे मदरसे मे मासूम की जान नही लेते। इतना ही नही उन्होंने पाकिस्तान प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो का नाम लेकर कहा कि अगर आंतकवाद किसी एक धर्म का होता तो बेनजीर भुट्टो की गोली मारकर उनकी जान नही लेते।
प्रत्याशी बीएसपी से टिकट मांगता तो इससे दस करोड़ मांगे जाते: स्वामी प्रसाद
इसके अलावा वह मायावती पर भी जमकर बरसे उन्होंने कहा कि मायावती ने कांशीराम के मिशन का गला घोंटा है। वह कई साल तक मायावती के साथ रहे तब पता चला कि वहां पर पैसे वाले की इज्जत होती है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अरूण सागर को प्रत्याशी बनाया है। अगर ये प्रत्याशी बीएसपी से टिकट मांगता तो इससे दस करोड़ मांगे जाते। इनके पास दस करोड़ होते नहीं मायावती टिकट देती नही।
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उड़ाई गई आचार संहिता की धज्जियां
योगी के तीन कद्दावर मंत्रियों ने एक मंच से जमकर चुनाव आचार सहिंता की धज्जियां उड़ाई। बीजेपी की जनसभा का वक्त तीन बजे खत्म होना था। लेकिन तीनों मंत्री मंच पर डटे रहे चार बजे तक डटे रहे और जनसभा करते रहे। परमीशन खत्म होने के एक घंटे बाद तक जनसभा करते हुए मंत्रियों ने चुनाव आचार संहिता की जमकर धज्जियाँ उड़ाई। जबकि जनसभा मे एलआईयू समेत भारी पुलिस बल मौजूद था। लेकिन जनसभा को बंद नही कराया गया।
दरअसल चुनाव आचार सहिंता की धज्जियां कैसे उङाई जाती है ये आप बीजेपी के तीन मंत्रियों को देखकर समझ सकते है। आज बीजेपी प्रत्याशी अरूण सागर के नामांकन मे योगी के तीन कद्दावर मंत्री यूपी के शाहजहांपुर मे पहुचे थे। जिसमे कैबिनेट मिनिस्टर सुरेश खन्ना, कैबिनेट मिनिस्टर धर्मपाल सिंह और कैबिनेट मिनिस्टर स्वामी प्रसाद मौर्य के साथ बीजेपी के सभी विधायक मंच पर पहुचे थे। यहां से बीजेपी प्रत्याशी को जिताने की अपील की जा रही थी।
लेकिन इसे सत्ता का नशा ही कहेंगे क्योंकि चुनाव आचार सहिंता लगी हुइ है ।जिला प्रशासन ने इस जनसभा को दोपहर के तीन बजे का वक्त ही दिया था। लेकिन सत्ता के नशे के चलते तीनों मंत्रियों ने चुनाव आचार सहिंता की धज्जियां उड़ाते हुए एक घंटा लेट चार बजे जनसभा को खत्म किया। चार बजे तीनों मंत्री मंच से उतरे और गाङियों मे बैठकर रवाना हो गए। हालांकि चुनाव आचार सहिंता के चलते एलआईयू समेत भारी पुलिस बल जनसभा मे घूमता रहा। लेकिन किसी ने जनसभा को बंद नही कराया। इतना ही नही सिटी मजिस्ट्रेट को ये नही पता कि परमीशन कितने बजे तक की थी। फिलहाल जांच की बात कर रहे हैं
पुलिस प्रशासन पर बङा सवाल है। जिस जगह पर बीजेपी के तीन मंत्री चुनाव आचार सहिंता की धज्जियां उड़ा रहे थे। वह जगह नामांकन कक्ष से महज पांच सौ मीटर की दूरी पर स्थित है। नामांकन कक्ष मे डीएम सिटी मजिस्ट्रेट खुद मौजूद थे। इसके अलावा भारी पुलिस बल खिरनीबाग चौराहे पर भी लगा था। लेकिन सत्ता की हनक के आगे न पुलिस की चली और जिला प्रशासन की।
एडीएम नरेन्द्र सिंह ने newstrack.com को बताया कि मेरी एसएसटी की सुबह से ही सभा की वीडियोग्राफी कर रही है। जनसभा की समय सीमा तीन बजे तक की थी। अगर उन्होंने समय सीमा से ज्यादा वक्त जनसभा की है तो ये गलत है। ऐसे मे एसएसटी टीम की वीडियोग्राफी देखकर उनके खिलाफ कुर्सी, टैंट के अलावा उनके खर्चे मे जोड़ा जाएगा।