UP Politics: योगी सरकार ने आजम खान को दिया एक और झटका, जानें क्या है पूरा मामला
UP Politics: प्रदेश सरकार ने रामपुर स्थित मौलाना अली जौहर प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान की लीज निरस्त कर जमीन वापस लेने का निर्णय लिया है।
UP Politics: भड़काऊ भाषण मामले में दोषी पाए जाने के कारण विधायकी खोने वाले वरिष्ठ सपा नेता आजम खान की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। वर्षों में बनाया गया उनका साम्राज्य अब बिखरने लगा है। योगी सरकार के एक और फैसले ने उन्हें जोर का झटका दिया है। प्रदेश सरकार ने रामपुर स्थित मौलाना अली जौहर प्रशिक्षण एवं शोध संस्थान की लीज निरस्त कर जमीन वापस लेने का निर्णय लिया है। शनिवार को कैबिनेट की बैठक में अल्पसंख्यक विभाग की ओर से पेश प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई।
जमीन का हो रहा था गलत इस्तेमाल
अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री धर्मपाल सिंह के मुताबिक, इस जमीन को उर्दू, अरबी और फारसी जैसी भाषाओं में शोध के नाम पर लिया गया था। मगर इसका इस्तेमाल अंग्रेजी मीडियम स्कूल (रामपुर पब्लिक स्कूल) चलाने के लिए किया जा रहा था, जो नियमों के विपरीत है। लोकल स्तर पर शिकायत मिलने के बाद पहले राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने फिर एसआईटी ने मामले की जांच की थी।
एसआईटी ने आरोपों को सही पाया
एसआईटी ने आरोपों को सही पाया था। इसी आधार पर सरकार ने यह फैसला लिया है। बता दें कि जब अखिलेश यादव मुख्यमंत्री थे और आजम खान अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री थे, तब एक कॉन्ट्रैक्ट साइन किया गया और यह सरकारी शोध संस्थान मोहम्मद अली जौहर को लीज पर दिया गया। दिलचस्प बात ये है आजम खान स्वयं इस ट्रस्ट के आजीवन अध्यक्ष हैं।
संस्थान को ट्रस्ट के जरिए 33 साल की लीज
उन्होंने मात्र 100 रूपये में इस संस्थान को ट्रस्ट के जरिए 33 साल की लीज पर सरकार से हासिल कर लिया था। यूपी सरकार जौहर शोध संस्थान से करीब 13 हजार वर्ग मीटर जमीन वापस लेगी। इसमें 4,292.07 वर्ग मीटर में निर्माण किया गया है, जबकि 8,887.93 वर्ग मीटर जमीन खाली है। इस जमीन पर 160 कमरे बने हुए हैं।