कोरोना पर योगीः पैथोलाजी रिपोर्ट फेक मिली तो संस्थान होगा सील
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र जाकर वहां की स्वास्थ्य सेवाओं का हालचाल लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि कोविड टेस्ट करने वाली पैथोलॉजी द्वारा रिपोर्ट फेक पाए जाने पर संस्थान सील कर कार्यवाही होगी और उन्हें ब्लैक लिस्ट भी किया जाएगा।
बता दें कि योगी ने यह भी कहा कि यदि कोई मनमानी करता है। मरीजों का दोहन करता है, तो उस पर कार्यवाही होगी। योगी ने कोविड संक्रमण से स्वास्थ्य कर्मी, कोरोना वॉरियर्स, पुलिस, प्रशासन आदि भी सतर्क रहते हुए बचाव की व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने की बात कही।
योगी वाराणसी दौरे परः
योगी आदित्यनाथ ने आज अपने वाराणसी भ्रमण के दौरान बीएचयू के केंद्रीय कक्ष सभागार में कहा कि कोविड संक्रमण की वृद्धि के दृष्टिगत मेडिकल सुविधाओं को तेजी से सुदृढ़ किया जाए। वर्चुअल आईसीयू की सुविधा को आगे बढ़ाया जाए। कोविड के सम्बन्ध में पूर्व में की गई व्यवस्थाओं व उपचार की सुविधाओं को पूरी क्षमता से संचालित किया जाए। इमरजेंसी या अति आवश्यक प्रकरणों को ही ओपीडी में प्रवेश दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ निरन्तर उपलब्ध रहें। गत वर्ष प्राइवेट हॉस्पिटल, जिन्हें कोविड अस्पताल के रूप में संचालित किया गया था। उन्हें पुनः सक्रिय किया जाए। प्राइवेट हॉस्पिटलों में उपचार हेतु निर्धारित रेट की व्यवस्था सुनिश्चित हो एवं निर्धारित दर पर ही टेस्टिंग की जाए। आरटीपीसीआर टेस्ट, रैपिड एंटीजन टेस्ट व कोविड चिकित्सा के रेट तय करें, ताकि मरीज के साथ कोई मनमानी न होने पाए।
कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग बढ़ाएं और सभी की टेस्टिंग हो। वाराणसी में पूर्वी उत्तर प्रदेश सहित बिहार के लोग भी इलाज को आते हैं। सभी का ध्यान रखते हुए उपचार की व्यवस्थाएं की जाएं। देश के विभिन्न राज्यों से लोग वापस घरों को लौटने लगे हैं। रेलवे व बस स्टेशनों पर रैपिड एंटीजन टेस्ट की सुविधा बहाल की जाए। ग्राम पंचायतों व नगर निकायों में निगरानी समितियां सक्रिय रहें। सिविल डिफेंस, युवक मंगल दल, एनसीसी कैडेट्स आदि को भी इनसे जोड़ा जाए। उन्हें इन्फ्रारेड थर्मामीटर, सैनिटाइजर, पल्स ऑक्सीमीटर आदि उपकरणों की सुविधाएं दी जाएं। बाहर से आने वाले व्यक्ति को चिन्हित करते हुए उनका कोविड टेस्ट सुनिश्चित हो।
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुल टेस्टिंग का कम से कम 60-70 प्रतिशत आरटीपीसीआर के माध्यम से सुनिश्चित हो। पब्लिक एडेªस सिस्टम एवं पीआरवी 112 के माध्यम से शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में जागरूकता बढ़ायी जाए। पुलिस गाड़ियों में पब्लिक ऐड्रेस सिस्टम हो। कोई भी व्यक्ति मास्क के बिना बाहर न निकले। यह सुनिश्चित किया जाए कि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो। कोविड-19 से बचाव के नियमों का पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई हो। पंचायत चुनाव के दृष्टिगत गांव में कहीं भी भारी संख्या में भीड़ एकत्र न होने दी जाए। रात्रि 9 बजे से सुबह 6 बजे तक कोरोना कफ्र्यू के दौरान आवश्यक सेवाएं बाधित न हों। स्वच्छता, सैनिटाइजेशन का कार्य पूर्व की भांति जारी रहे। उन्होंने बीएचयू से उनके संसाधनों व चिकित्सा सुविधा की जानकारी ली और अपेक्षा की कि सीनियर व विशेषज्ञ डॉक्टर भी अस्पताल के वाॅर्डों में नियमित तौर पर जाएं।