चमोली में फिर टूटा ग्लेशियर: बड़े हादसे की संभावना, जारी हुआ अलर्ट
ग्लेशियर के टूटने से ऋषिगंगा नदी (Rishi Ganga River) का जलस्तर बढ़ सकता है, जिसके चलते बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है।
जोशीमठ: उत्तराखंड (Uttarakhand) में एक बार फिर से प्राकृतिक आपदा (Natural Calamity) ने कहर बरपाया है। यहां पर चमोली (Chamoli) जिले के जोशीमठ के पास भारत-चीन बॉर्डर (India-China border) पर बड़ा ग्लेशियर (Glacier) टूट गया है। इसकी पुष्टि भारतीय सेना (Indian Army) ने की थी। खबर है कि भारत-चीन बॉर्डर पर जो ग्लेशियर टूटा (Glacier Burst) है, वो काफी बड़ा है और इसके चलते बड़ा हादसा हो सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ये ग्लेशियर BRO कार्यालय के पास मलारी और सुमना 16 बिंदु के बीच आईटीबीपी की 8 बीएन पोस्ट के पास टूटा है। इसके टूटने से ऋषिगंगा नदी (Rishi Ganga River) का जलस्तर बढ़ सकता है, जिसके चलते बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है। जिसे देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (CM Tirath Singh Rawat) ने अलर्ट जारी कर दिया है और खुद स्थिति की मॉनिटरिंग कर रहे हैं और लगातार जिला प्रशासन के संपर्क में हैं।
इससे पहले ग्लेशियर टूटने से हुई थी तबाही
फिलहाल मौके पर ITBP और BRO तैनात हैं। बताया जा रहा है कि जहां ग्लेशियर फटा है वो ऐसा क्षेत्र है जहां ज्यादा आबादी नहीं है, ऐसे में थोड़ी राहत की बात है। गौरतलब है कि इससे पहले भी चमोली में ग्लेशियर के टूटने से बड़ी दुर्घटना हो गई थी। सात फरवरी को सुबह चमोली जिले की ऋषिगंगा घाटी में ग्लेशियर टूट गया था, जिससे बाढ़ आ गई थी। इस प्राकृतिक आपदा में कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी थी। यहां पर कई दिनों तक राहत व बचाव कार्य जारी रहा था।
इन इलाकों में जारी बारिश-बर्फबारी
वहीं, दूसरी ओर पौड़ी और श्रीनगर गढ़वाल सहित ग्रामीण क्षेत्रों में ओलावृष्टि (Hail) के साथ भारी बारिश दर्ज की गई है। यहां लगातार तीन दिन से हो रही बारिश की वजह से तापमान में गिरावट आई है। यहां पर बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। वही, पिथौरागढ़ में भी मौसम ने करवट ली है। जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में लंबे अरसे बाद अप्रैल में बर्फबारी देखी गई है। इसके अलावा मुनस्यारी, ही राजरंभा, पंचाचूली, खलियाटॉप और कालामुनी के करीब भी जमकर बर्फबारी होने से तापमान में भारी गिरावट जारी है।