अब तो बदमाशों की खैर नहीं, छेड़खानी की तो बसों में बजेगी सीटी
जिससे ड्राइवर, परिचालक समेत साथी यात्री उसकी मदद को जाएंगे। और छेड़खानी करने वाला मौके पर ही पकड़ा जा सकेगा। पहले चरण में पुलिस ने 60 बसों का चयन किया है।
देहरादून: उत्तराखंड की बसों में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर राज्य की पुलिस ने एक नई शुरुआत की है। इसे नाम दिया गया है 'नई पहल आवाज़'। इस पहल के तहत बस की सीटों के पीछे सीटी लगाई गई है। बस में सफ़र कर रही महिला के साथ अगर कोई छेड़खानी करता है तो वो सीटी बजाएगी।
जिससे ड्राइवर, परिचालक समेत साथी यात्री उसकी मदद को जाएंगे। और छेड़खानी करने वाला मौके पर ही पकड़ा जा सकेगा। पहले चरण में पुलिस ने 60 बसों का चयन किया है। प्रत्येक बस में 30-30 सीटियां लगेंगी। उन्होंने इसका दुरुपयोग न करने की भी अपील की। सभी सिटी बसों में पुलिस स्टीकर लगा रही है। इस कुछ महत्वपूर्ण नंबर लिखे हैं। घटना के दौरान इन नंबरों पर कोई भी व्यक्ति फोन कर सकता है।
ये नंबर हैः 100, 1090, 9411112972, 108, 9411112725, 9411112775, 9411112478, 9411112131
सोमवार को परेड ग्राउंड में एडीजी अशोक कुमार, यातायात निदेशक केवल खुराना, डीआईजी पुष्पक ज्योति और एसएसपी निवेदिता कुकरेती ने इसका शुभारंभ किया। इस दौरान बसों की सीटों के पीछे सीटी लगाई गई। एडीजी अशोक कुमार ने कहा कि बस में किसी महिला से कोई छेड़खानी करता है तो वे बिना कुछ बोले सिर्फ सीटी बजा सकती हैं। सीटी बजते ही आसपास के लोग और चालक-परिचालक उसकी मदद के लिए आएंगे।
कार्यक्रम के दौरान कुछ सिटी बस चालक व परिचालकों ने पुलिस से कहा कि घटना के बाद कई दफा हम मदद करते हैं। आरोपियों को थाने तक ले जाते हैं लेकिन पुलिस कुछ समय बाद छोड़ देती है। ऐसे में उस व्यक्ति से बेवजह दुश्मनी पैदा होती है। इस दौरान एडीजी ने उनको कार्रवाई का भरोसा दिलाया और सहयोग की अपेक्षा की।