Ankita Murder Case: BJP ने मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के पिता को पार्टी से बाहर किया, भाई से भी छीना पद
Ankita Murder Case : अंकिता हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्यऔर भाई अंकित आर्य को भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
Ankita Murder Case : उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bhandari Murder Case) के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य (Pulkit Arya) के पिता विनोद आर्य (BJP Leader Vinod Arya) और भाई अंकित आर्य को भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इसके अलावा, अंकित आर्य को उत्तराखंड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के नामित उपाध्यक्ष पद से भी तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है।
आपको बता दें, कार्यवाही का ये पत्र उत्तराखंड बीजेपी के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह बिष्ट (Rajendra Singh Bisht) के नाम से जारी हुआ है। इस पत्र में कहा गया है कि बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट (BJP State President Mahendra Bhatt) ने अंकिता की हत्या का संज्ञान लेते हुए डॉ. विनोद आर्य और उनके बेटे अंकित आर्य निवासी हरिद्वार को भारतीय जनता पार्टी से तत्काल प्रभाव से निष्कासित किया है।
सीएम धामी ने ट्वीट कर दी जानकारी
दूसरी तरफ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर बताया, कि 'अंकिता हत्याकांड मामले में हमने मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के भाई अंकित आर्य को उत्तराखण्ड अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के नामित उपाध्यक्ष पद से तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। साथ ही, अंकित आर्य एवं उनके पिता विनोद आर्य को भाजपा से भी निष्कासित कर दिया है।'
बीजेपी की हो रही थी फजीहत
अंकिता मर्डर केस के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य के पिता विनोद आर्य और उसके बड़े भाई अंकित आर्य को बीजेपी ने पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है। मुख्य आरोपी पुलकित के पार्टी से कनेक्शन सामने आने के बाद बीजेपी की भारी फजीहत हो रही थी। लिहाजा एक सख्त संदेश देते हुए दोनों नेताओं को पार्टी से निकाल दिया गया। बता दें कि आरोपी का परिवार बीजेपी में अच्छी हैसियत रखता था। इसलिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मामले में खुद दखल देना पड़ा।
पुलकित के पिता बड़े ओबीसी नेता
पुलकित के पिता विनोद आर्य उत्तराखंड भाजपा के बड़े ओबीसी नेताओं में गिने जाते हैं। वह उत्तराखंड सरकार में राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। फिलहाल आर्य भाजपा ओबीसी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और उत्तर प्रदेश के सह प्रभारी थे। वहीं उनका बड़ा बेटा और आरोपी पुलकित का भाई अंकित आर्य उत्तराखंड ओबीसी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पद पर विराजमान था। उन्हें राज्य मंत्री का दर्जा मिला हुआ था।
अंकिता की हत्या की वजह
मीडिया रिपोर्ट्स में पुलिस के हवाले से बताया गया कि, पुलकित आर्य का रिजॉर्ट अय्याशी का अड्डा था। वहां गलत काम भी होते थे। रिजॉर्ट में काम करने वाली अंकिता ने ऐसे अनैतिक कामों का विरोध किया था। पुलकित और उसके साथी अंकिता पर ग्राहकों के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बना रहे थे। घटना वाले दिन भी जब तीनों आरोपी शराब पीकर अंकिता पर अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने का दबाव बना रहे थे। तब अंकिता ने धमकी दी कि वह सभी को बता देगी कि पुलकित उस पर ग्राहकों के साथ शारीरिक संबंध बनाने के लिए दबाव बनाता है। इसी बात को लेकर दोनों के बीच लड़ाई शुरू हो गई। अंकिता ने पुलकित का फोन फेंक दिया। इस बात से गुस्साए पुलकित और उसके साथियों ने अंकिता को नहर में धकेल दिया।