Haridwar में PM मोदी की मां हीरा बा की अस्थियां विसर्जित, बड़े भाई परिवार के साथ पहुंचे..प्रशासन को भनक तक नहीं
Haridwar News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मां हीराबेन मोदी की अस्थियां आज हरिद्वार में विसर्जित की गई। प्रधानमंत्री के बड़े भाई ने बिना प्रोटोकॉल के उनकी अस्थियां हरिद्वार लाई।
PM Modi Mother's Ashes Immersed in Haridwar: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की माता हीराबेन मोदी की अस्थियां (Heeraben Modi Ashes Immersed in Haridwar) शनिवार (7 जनवरी) को हरिद्वार में विसर्जित की गई। हरिद्वार में वीआईपी घाट पर प्रधानमंत्री मोदी के भाई पंकज मोदी (PM Modi Brother Pankaj Modi) परिवार के कुछ सदस्यों के साथ अस्थियां लेकर आए थे। बता दें, बिना किसी प्रोटोकॉल (Protocol) के हीरा बा की अस्थियां लाई विसर्जित की गई। स्थानीय पुलिस और को पीएम मोदी की मां की अस्थि विसर्जन की भनक तक नहीं लगी।
गौरतलब है कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीरा बा का निधन बीते 30 दिसंबर को तड़के अहमदाबाद के एक अस्पताल में हो गया था। पीएम मोदी की मां हीराबेन की उम्र 100 साल थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां हीराबेन की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अहमदाबाद के यूएन मेहता अस्पताल (UN Mehta Hospital, Ahmedabad) में भर्ती कराया गया था। जिसके बाद प्रधानमंत्री अपनी मां से मिलने अस्पताल पहुंचे थे। शनिवार को हरिद्वार में प्रधानमंत्री मोदी के बड़े भाई पंकज मोदी ने मां हीराबेन की अस्थियां विसर्जित की।
हीराबेन की याद में चेक डैम
प्रधानमंत्री मोदी की मां हीराबेन की याद में गुजरात के राजकोट में एक 'चेक डैम' निर्माण किया जा रहा है। गुजरात सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि चेक डैम शहर के बाहरी इलाके में बनाया जाएगा। गिर गंगा परिवार ट्रस्ट (Gir Ganga Family Trust) ने इस डैम को बनाने की जिम्मेदारी ली है।
राजकोट में होगा डैम का निर्माण
गिर गंगा परिवार ट्रस्ट के अध्यक्ष दिलीप सखिया (Dilip Sakhiya) ने बताया कि, राजकोट-कलावाड रोड (Rajkot-Kalawad Road) पर वागुडाड गांव के पास न्यारी नदी (Nyari River) के निचले हिस्से में 'गिर गंगा परिवार ट्रस्ट' द्वारा चेक डैम बनाया जा रहा है। इस पर करीब 15 लाख रुपए की लागत आएगी। महज 10 दिनों में यह चेक डैम बनकर तैयार हो जाएगा। स्थानीय विधायक दर्शिता शाह (MLA Darshita Shah) और राजकोट के मेयर प्रदीप दाव की उपस्थिति में बुधवार को बांध से जुड़ा एक कार्यक्रम आयोजित हुआ। इसी कार्यक्रम में घोषणा हुई।