पुष्कर सिंह धामी ने ड्रोन के माध्यम से किया केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ धाम के निर्माण कार्यों में तेजी लाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये।

Report :  Ambesh Bajpai
Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update:2021-08-04 21:45 IST

केदारनाथ पुनर्निर्माण कायों के प्रगति की जानकारी लेते मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ धाम के निर्माण कार्यों में और अधिक तेजी लाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिये है। उन्होंने कहा है कि ये भी सुनिश्चित किया जाय कि निर्माण कार्यों के दौरान मानव संसाधन व उपकरणों की कोई भी कमी न होने पाये। मुख्यमंत्री ने यह बात आज ड्रोन के माध्यम से केदारनाथ धाम के पुनर्निर्माण कार्यों के निरीक्षण के दौरान कही। श्री धामी ने कहा कि केदारनाथ धाम श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केन्द्र होने के साथ ही यहां चल रहे पुनर्निर्माण कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ड्रीम प्रोजक्ट है।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने प्रथम चरण के निर्माण कार्यों में शेष रह गये आदिगुरु शंकराचार्य समाधि स्थल व मंदाकिनी नदी पर बन रहे ब्रिज के निर्माण कार्य जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि आने वाले दो-तीन माह केदारनाथ में कार्य करने के लिए अनुकूल है, उचित होगा कि इस दौरान तेजी से कार्य कराए जाएं। मुख्यमंत्री ने केदारनाथ में चल रहे द्वितीय चरण के जो कार्य स्वीकृत हो चुके हैं, उनमें भी तेजी लाने के निर्देश दिये गये है।


प्रथम चरण के कार्य लगभग पूरे

समीक्षा के दौरान बताया गया कि केदारनाथ के पुनर्निर्माण कार्यों के तहत प्रथम चरण के कार्य लगभग पूर्ण हो चुके हैं। द्वितीय चरण हेतु 1 सौ 16 करोड़ रुपये के कार्यों की स्वीकृत हो चुकी है और 8 कार्यों पर कार्य शुरू किया जा चुका है। इस चरण में संगम घाट निर्माण, आस्था पथ में रेन शेल्टर, वाटर एटीएम, कमांड एण्ड कंट्रोल रूम, हॉस्पिटल बिल्डिंग सहित अन्य कार्य किये जा रहे हैं। समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु, अपर सचिव पर्यटन युगल किशोर पंत एवं वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग मनुज गोयल भी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री ने की आजादी के अमृत महोत्सव के आयोजन की समीक्षा

देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राजधानी देहरादून में स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित हो रहे आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम की आयोजन व्यवस्थाओं की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि अमृत महोत्सव प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ''राष्ट्र सर्वप्रथम'' विजन को बताता है। इस आयोजन के लिये भारत सरकार द्वारा जो निर्देश दिये गये हैं उसके अनुसार कार्यक्रमों को गरिमा व भव्यता के साथ आयोजन किया जाए।


उन्होंने कहा कि चूंकि अब इस कार्यक्रम की समयावधि वर्ष 2023 तक बढ़ाई गई है, तो बेहतर होगा कि इस अवधि में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की स्पष्ट रूप रेखा पूर्व में ही निर्धारित कर ली जाय। उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव का संदेश आमजन तक पहुंचे, इसकी प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।

गरिमामयी हो आयोजन

इस दौरान मुख्यमंत्री ने आयोजन के तहत अब तक हुए कार्यक्रमों की जानकारी भी प्राप्त की। उन्होंने भावी कार्यक्रमों के आयोजन के लिये सभी जिलों के जिलाधिकारियों और विभागाध्यक्षों को स्पष्ट निर्देश देने को भी कहा। श्री धामी ने कहा कि आयोजन गरिमा के साथ आयोजित हो इसके लिये सभी सम्बन्धित विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें।

युवा जानें स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान को

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का सम्मान हमारे लिये सर्वोपरि है। इस अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम, आजादी के लिये हमारे पूर्वजों द्वारा दिये गये बलिदान से भावी पीढ़ी को परिचित कराने में भी मददगार होंगे। उन्होंने इस आयोजन में विभिन्न संस्थानों, संगठनों, स्वयं सेवी संस्थाओं, एनसीसी, एनएसएस की भी भागीदारी सुनिश्चित कराने को कहा। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी महान विभूतियों के जीवनवृत्त पर प्रदर्शनी आदि के साथ ही उनके जीवन दर्शन पर आधारित लघु फिल्में भी तैयार की जाय। उन्होंने इस आयोजन के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के योगदान आदि से सम्बन्धित राज्य स्तरीय गीत तैयार कर उसके माध्यम से भी प्रचार प्रसार के निर्देश दिये।

हर घर झंडा

मुख्यमंत्री ने आयोजन के तहत 'हर घर झंडा कार्यक्रम' के सम्बंध में भी प्रभावी कार्य योजना तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने इस सम्बंध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा। सचिव संस्कृति हरिचन्द सेमवाल ने बताया कि इस आयोजन के तहत पूरे देश में 75 ऐतिहासिक महत्व के विशिष्ट स्थलों से प्रत्येक राज्य से 2 या 3 विशिष्ट स्थलों को शामिल किये जाने की प्रक्रिया में राज्य से अल्मोड़ा व देहरादून को चयनित किया गया है।

उन्होंने बताया कि इस आयोजन के अंतर्गत अब तक सभी जनपदों में संबंधित विभागों द्वारा मैराथन दौड़, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर प्रदर्शनी, नशा मुक्ति कार्यक्रम, विचार गोष्ठी, सम्मेलनध्सेमिनार, पौधारोपण का आयोजन किया गया है, जबकि खादी प्रदर्शनी, क्विज कार्यक्रम स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के जीवनवृत्त पर नुक्कड़ नाटक, पेंटिंग प्रतियोगिता, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों से सम्बन्धित स्थलों का भ्रमण, निबंध प्रतियोगिता, साइकिल रैली के कार्यक्रम प्रस्तावित हैं। इस अवसर पर पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. सन्धु सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

Tags:    

Similar News