Earthquake Today: उत्तरकाशी में भूकंप के झटके, रिएक्टर स्केल पर 2.5 मापी गई तीव्रता
Earthquake Today: उत्तरकाशी में गुरुवार 13 जनवरी को भू्कंप के झटके महसूस किए गए हैं। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 2.9 मापी गई है।
Earthquake Today: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में गुरुवार 13 जनवरी को भू्कंप के झटके महसूस किए गए हैं। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 2.9 मापी गई है। अच्छी बात ये है कि भूकंप के झटकों से किसी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन, उत्तराखंड के जोशीमठ में जहां एक ओर जमीन धंसने और दरारें लगातार बढ़ने का सिलसिला जारी है, वहीं उत्तरकाशी में भूकंप के आने से लोगों की चिंता और बढ़ गई है। हालांकि भूकंप का केंद्र जोशीमठ से 250 किमी दूर था। भूकंप का झटका तीव्र नहीं था लेकिन डर है कि जोशीमठ की धंसती जमीन को यह झटके कहीं और अधिक नुकसान न पहुंचा दें।
बता दें कि भूकंप को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता को तय किया जाता है। 7.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर जहां इमारतें गिर जाती हैं वहीं, 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है। भूकंप में रिक्टर पैमाने का हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ताकतवर होता है।
- 0 से 1.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर सिर्फ सीस्मोग्राफ से ही पता चलता है।
- 2 से 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है।
- 3 से 3.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए।
- 4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर खिड़कियां टूट सकती हैं दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं।
- 5 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर फर्नीचर हिल सकता है।
- 6 से 6.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती है। ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है।
- 7 से 7.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतें गिर जाती हैं। जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं।
- 8 से 8.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं।
- 9 और उससे ज्यादा रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर पूरी तबाही। कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी।