Operation Silkyara: नौ दिन बाद पहली सफलता...सुरंग में आर-पार हुआ छह इंच का पाइप, 41 मजदूरों को खाने को भेजी गई खिचड़ी

Operation Silkyara: एनएचआईडीसीएल की टीम ने ऑगर मशीन को रोककर 41 मजदूरों की लाइफलाइन के लिए छह इंच के पाइप का ड्लि शुरू किया। दोपहर करीब एक बजे सामने चट्टान आने से इसे रोक दिया गया, लेकिन वहीं शाम करीब चार बजे टीम इस 57 मीटर के पाइप को आगे पहुंचाने में सफल रही।

Update:2023-11-20 22:24 IST

Operation Silkyara (Pic: Newstrack)

Operation Silkyara: नौ दिन से सुरंग में फंसे 41 मजदूरों के लिए सोमवार का दिन कुछ राहत भरी खबर लेकर आया। टनल के भीतर छह इंच का दूसरा लाइफलाइन पाइप सफलतापूर्वक मजदूरों तक पहुंचा दिया गया। अब इस पाइप से उन्हें और अधिक भोजन सामग्री, फल, अंडे आदि आसानी से भेजे जा सकेंगे। वहीं, देर शाम मजदूरों के लिए इसी पाइप से खिचड़ी भेजी गई।

सोमवार को सुबह एनएचआईडीसीएल की टीम ने ऑगर मशीन को रोककर मजदूरों की लाइफलाइन के लिए छह इंच के पाइप का ड्लि शुरू किया, लेकिन दोपहर करीब एक बजे सामने चट्टान आने से यह रुक गया, लेकिन शाम करीब चार बजे टीम ने इस 57 मीटर के पाइप को आगे पहुंचाने में सफल हासिल की। अब चार इंच के पाइप के साथ ही छह इंच के पाइप से भी मजदूरों को राहत सामग्री भेजी जाएगी।


 और अधिक खाद्य सामग्री भेजी जाएगी

एनएचआईडीसीएल के डायरेक्टर अंशु मनीश खलखो ने बताया कि सुरंग के भीतर सभी 41 मजदूर सुरक्षित हैं। पुराने पाइप से केवल चने, नमक, दवाइयां, टॉफी, चॉकलेट आदि ही भेज पा रहे थे, लेकिन अब नए पाइप से उन्हें फल, अंडे सहित और अधिक खाद्य सामग्री भेजी जाएगी।

उन्होंने बताया, मजदूरों की स्थिति देखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था, लेकिन भीतर अत्यधिक धूल होने से उसकी तस्वीरें साफ नहीं आ पाईं। सुरंग के बड़कोट की ओर के सिरे में सोमवार को काम शुरू नहीं हो पाया। बताया, मंगलवार से बचाव अभियान और तेज हो जाएगा।

एंडोस्कोपिक कैमरे से दिखेंगी तस्वीरें

एनएचआईडीसीएल ने दिल्ली से एंडोस्कोपिक कैमरे मंगाए हैं। मंगलवार को इन कैमरे को पाइप के माध्यम से भीतर पहुंचाया जाएगा। निदेशक अंशु मनीश ने बताया, कैमरे से जहां मजदूर उन्हें देख सकेंगे तो वे भी मजदूरों के हालात को और करीब से देख व समझ सकेंगे।

जानिए मजदूरों के बचाव में मंगलवार क्या-क्या होगा-

1-एसजेवीएन कंपनी की ड्लि मशीन सुरंग के ऊपर पहुंच जाएगी, जिसे इंस्टॉल करने में करीब 24 घंटे लगेंगे।

2- आरवीएनएल कंपनी की ड्लि मशीन भी आज सुरंग के ऊपर जाएगी।

3- सुरंग के भीतर ऑगर मशीन चलाने का काम दोबारा तेज किया जाएगा।

4- रोबोट को चलाने का प्रयास किया जाएगा, ताकि मजदूरों तक पहुंच और आसान हो।

5- सुरंग के दूसरे सिरे बड़कोट की ओर से भी काम तेज किया जाएगा।

Similar News