महामण्डलेश्वर स्वामी विशम्भर भारती का निधन, पीएम मोदी- शाह ने जताया शोक

महामण्डलेश्वर विशम्भर भारती गुजरात में अत्यंत लोकप्रिय थे। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शोक प्रकट किया।

Update:2021-04-11 23:00 IST

श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामण्डलेश्वर स्वामी विशम्भर भारती (फोटो सोशल मीडिया)

हरिद्वार: उत्तराखंड में कुम्भ मेले के बीच श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्द वरिष्ठ महामण्डलेश्वर स्वामी विशम्भर भारती का रविवार को निधन हो गया। स्वामी विशम्भर भारती पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे। उनके आकस्मिक निधन से जूना अखाड़े समेत समस्त अध्यात्म जगत में शोक की लहर दौड़ गयी है।

महामण्डलेश्वर विशम्भर भारती गुजरात में अत्यंत लोकप्रिय थे। उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह, गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी.आर.पटेल ने शोक प्रकट करते हुए कहा कि यह एक युग की समाप्ति है। ब्रहमलीन महामण्डलेश्वर को भावनाथ तलहटी जूनागढ़ स्थित भारती आश्रम में उनके उत्तराधिकारी शिष्य जूना अखाड़े के 
अंतरराष्ट्रीय
 सभापति हरिहरानंद भारती, महंत सोमानंद भारती की देख-रेख में पूरे विधि विधान से भू-समाधि दे दी गयी है।
वहीं जूना अखाड़ा परिसर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि महाराज और अध्यक्ष श्रीमहंत प्रेमगिरि महाराज के संयोजन से किया गया, जिसमें ब्रहमलीन महामण्डलेश्वर महंत विशम्भर भारती को भावमीनी श्रद्वांजलि देते हुए श्रीमहंत हरिगिरि ने कहा उनका निधन जूना अखाड़े की ऐसी क्षति है,जिसे पूरा नही किया जा सकता।गुजरात सहित जूना अखाड़े की पूरे देश की शाखाओं की उन्नति प्रगति और विस्तार में उनका योगदान रहा है। वह एक वटवृक्ष की भाॅति निरन्तर प्रगति कर रहा था। सभापति श्रीमहंत प्रेमगिरि ने कहा शिक्षा,चिकित्सा,गौसेवा के क्षेत्र में वह विशेष रूप् से सक्रिय थे। गुजरात सहित कई प्रदेशों में विद्यालय,वृद्वाश्रम,गौशाला,चिकित्सालय,अन्नक्षेत्र आदि के माध्यम से वह आम नागरिको की सेवा में जुटे थे। अध्यात्म जगत में इस दैदीप्यमान नक्षत्र के अवसान से हम सभी स्तब्ध है।

महंत विशम्भर भारती को दी गई भू-समाधि

सभापति श्रीमहंत सोहन गिरि, उपाध्यक्ष श्रीमहंत विद्यानंद सरस्वती,श्रीमहंत उमाशंकर भारती, अंतरराष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत मोहन भारती, दूधेश्वर पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि,गाजीपति श्रीमहंत पृथ्वी गिरि,सुमेरूपीठाधीश्वर जगद्गुरू शंकराचार्य नरेन्द्रानंद सरस्वती,रमता पंच श्रीमहंत भल्लेगिरि,श्रीमहंत आनन्द गिरि,श्रीमहंत सुरेशानंद गिरि,श्रीमहंत रमण गिरि,महामंत्री श्रीमहंत केदारपुरी,महामण्डलेश्वर महेन्द्रानंद गिरि,महामण्डलेश्वर जयअंबानंद गिरि,श्रीमहंत शिवानंद सरस्वती,किन्नर अखाड़े की आचार्य महामण्डलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी सहित सैकड़ों नागा सन्यासियों ने उन्हे 
श्रद्धांजलि
 प्रदान की।

सैकड़ों नागा सन्यासियों ने दी श्रद्धांजलि, मंदिरों में विशेष पूजा
संरक्षक श्रीमहंत हरिगिरि ने बताया उनकी स्मृति में हरिद्वार मायादेवी मन्दिर, श्रीआनंद भैरव मन्दिर, श्रीदुःखहरण हनुमान मन्दिर, भौजगिरि मन्दिर प्रयागरााज,काशी नीलगंगा उज्जैन, नासिक, भावनाथ मन्दिर जूनागढ, वृन्दावन, खेड़ामढ़ी उत्तर प्रदेश सहित जूना अखाड़े के समस्त स्थानों में विशेष पूजा अर्चना तथा शांतिपाठ आयोजित किए जा रहे है। 
Tags:    

Similar News