Harela Festival 2021: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हरेला पर्व पर किया वृक्षारोपण, इस कारण लोग करते हैं पूजा अर्चना
Harela Festival 2021: प्रदेश में खुशहाली, सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य, हरियाली का प्रतीक हरेला पर्व हर घर मे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है।
Harela Festival 2021: प्रदेश में खुशहाली, सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य, हरियाली का प्रतीक हरेला पर्व हर घर मे हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस पर्व पर नौ दिन पूर्व घर के मंदिर में बोया गया हरेला, मंत्रोच्चार के बीच विधि-विधान से काटकर सभी परिजनों, पड़ोसियों, ईष्टमित्रों को शिरोधारण कराया जाता है। हरेला पर्व के साथ ही सावन मास शुरू हो जाता है।
पर्व से नौ दिन पूर्व घर में स्थापित मंदिर में पांच या सात प्रकार के अनाज को मिलाकर उन्हे एक टोकरी में बोया जाता है। हरेले के तिनके अगर टोकरी में अच्छी तरह से उगें तो माना जाता है कि इस बार फसल अच्छी होगी। हरेला पर्व पर्यावरण संरक्षण का प्रतीक है। इस पर्व से मौसम को पौधरोपण के लिए उपयुक्त माना जाता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि हरेला प्रदेश का एक महत्वपूर्ण लोक पर्व है। जिसके महत्व को देखते हुए हमें व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण के साथ ही उनके संरक्षण पर भी विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि आज विज्ञान तेजी से तरक्की कर रहा है और मानव जीवन में सुख सुविधाएं बढ़ रही है जिसको देखते हुए हमें पर्यावरण से भी संतुलन बनाये रखने के लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना होगा।
मुख्यमंत्री ने आज हरेला पर्व के अवसर पर एस0डी0आर0एफ0 बटालियन, जौलीग्रांट में वृक्षारोपण कार्यक्रम के दौरान लोगों को संबोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण के चलते जहां वैश्विक स्तर पर पर्यावरण संरक्षण के प्रति चिंता बढ़ी है वहीं उसके प्रति लोगों में जागरूकता भी देखी गयी है।
उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के दौरान प्रदेश में पुलिस विभाग द्वारा सराहनीय कार्य किया किया गया और मिशन हौसला के तहत अनेक जरूरतमन्द लोगों को मदद पहुॅचायी गयी है। कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य एवं आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने कहा कि हरेला पर्व उत्तराखंड कि संस्कृति से जुड़ा पर्व है और इस अवसर पर पूरे प्रदेश में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया जा रहा है। इस दौरान पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि इस वर्ष पुलिस विभाग द्वारा प्रदेश में एक लाख वृक्षारोपण का लक्ष्य रखा गया था। जिसके तहत जून से अभी तक लगभग 90 हजार से अधिक पौधों को लगाया जा चुका है जो कि पुलिस कर्मियों का एक सराहनीय प्रयास है।