संन्यासी अखाड़ों ने फैलाया कुंभ में कोरोना, आपस में भिड़े अखाड़े
कुंभ में कोरोना वायरस का संक्रमण बढ़ने के बाद बैरागी अखाड़े ने आरोप लगाया है कि कोरोना संन्यासी अखाड़े के कारण फैला है।
हरिद्वार: देश समेत उत्तराखंड में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। यहां पर महामारी ने भयावह रूप धारण कर लिया है। इस बीच हरिद्वार कुंभ (Haridwar Kumbh) में भी आए दिन संतों और श्रद्धालुओं के कोरोना संक्रमित होने की खबर मिल रही है। जिसके बाद निरंजनी अखाड़े समेत कुछ अखाड़ों ने अपनी ओर से कुंभ मेले की समाप्ति की घोषणा कर दी है।
दूसरी ओर कुंभ में कोरोना का प्रकोप बढ़ने के बीच अब कुंभ में कोरोना किसकी वजह से फैला, इसे लेकर अखाड़े आपस में भिड़े हुए हैं। कुंभ में कई संतों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद बैरागी अखाड़े ने आरोप लगाया है कि कुंभ में कोरोना संन्यासी अखाड़े के कारण फैला है। बैरागी अखाड़े के चलते संक्रमण नहीं फैला है। ऐसे में कोई भी एक या दो अखाड़े कुंभ खत्म करने का फैसला नहीं कर सकते हैं।
निर्मोही अखाड़े ने महंत नरेंद्र गिरि को ठहराया जिम्मेदार
इसके अलावा निर्मोही अखाड़े के अध्यक्ष महंत राजेंद्र दास ने कुंभ में बढ़ते संक्रमण के लिए अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि को जिम्मेदार ठहराया है। बताते चलें कि कुंभ में अब तक 50 से ज्यादा साधु कोरोना वायरस संक्रमित पाए जा चुके हैं। बीते 24 घंटे में जूना निरंजनी और आह्वान अखाड़े के कई साधु कोरोना से संक्रंमित हो गए थे।
प्रशासन ने उठाया सख्त कदम
लगातार बढ़ते कोरोना संक्रमण के बीच हरिद्वार प्रशासन ने रैंडम सैंपलिंग को बढ़ा दिया है। हरिद्वार के अलग-अलग इलाकों में कोविड टेस्ट किया जा रहा है और इसी वजह से मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। मौजूदा समय की बात करें तो हरिद्वार में अब तक 19 हजार 575 लोग कोविड से संक्रमित हो चुके हैं। जबकि 180 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। एक्टिव केस की संख्या 3612 हो चुकी है।