संक्रमित महंत नरेंद्र गिरी से अखिलेश की मुलाकात,कोरोना का नहीं दिखा डर
सोशल मीडिया पर महंत नरेंद्र गिरी और अखिलेश यादव की फोटो वायरल होने से प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया।
हरिद्वार: कोरोना के बढ़ते हुए मामले को देखते हुए लोगों से एहतियात बरतने को कहा जा रहा है। जितना हो गए उतना कम घर से निकलने की बात कही जा रही है। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा जा रहा है। वहीं कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। जहां हरिद्वार में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी महाराज के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव उनसे मिलने पहुंचे। अपनी इस मुलाकात की जानकारी खुद अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया के जरिए दी।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को हरिद्वार में अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी महाराज से मुलाकात की। जहां उन्होंने उन्हें माला पहनाकर और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया। वहीं सोशल मीडिया पर महंत नरेंद्र गिरी और अखिलेश यादव की फोटो वायरल होने से प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। जिसके बाद प्रशासन द्वारा अखिलेश यादव को महंत नरेंद्र गिरि के संक्रमित होने की सूचना दी गई।
कई लोगों पर मंडरा रहा खतरा
बता दें कि महंत नरेंद्र गिरि को दस्त, पेट में दर्द और शरीर में कमजोरी की शिकायत के चलते शनिवार को आनंदम अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसके बाद उनका एंटीजन टेस्ट कराया गया और जांच में पॉजिटिव मिलने के बाद आरटी-पीसीआर जांच के लिए उनके सैंपल लिए गया। वहीं रविवार को महंत नरेंद्र गिरि के आरटी-पीसीआर जांच में कोविड पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। जिसकी सूचना मिलने के बाद ही मेला प्रशासन और जिला प्रशासन के होश उड़ गए। क्योंकि अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष कई मुख्यमंत्री और सैकड़ों संतो, अधिकारियों के संपर्क में आए। जिसको लेकर अब उन सभी पर भी कोरोना का खतरा मंडरा रहा है।
दोनों की मुलाकात पर उठ रहे सवाल
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जो फोटो शेयर की है उसमें अखिलेश यादव और महंत नरेंद्र गिरी महाराज के मुलाकात के दौरान और भी कई लोग नजर आ रहे हैं। जिसमें से दो लोगों ने तो मास्क तक नहीं लगाया। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि अगर कोई शख्स कोरोना पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे क्वारंटीन कर दिया जाता है। और उसे किसी शख्स से मिलने की इजाजत नहीं होती। ऐसे में अखिलेश यादव ने उनसे मुलाकात कैसे की। वहीं इस मामले को लेकर हरिद्वार के जिलाधिकारी का कहना है कि महंत नरेंद्र गिरि को आश्रम पहुंचने के बाद कोविड रिपोर्ट मिली। और इससे पहले वह सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात कर चुके थे।