Uttarakhand Monsoon: भारी बारिश से ऊफान पर नदियां, अगले 72 घंटे का अलर्ट जारी, देखें वीडियो
उत्तराखंड में पिछले दो-तीनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। भारी बारिश ने अब तबाही मचानी शुरू कर दी है।
उत्तराखंड में पिछले दो-तीनों से लगातार हो रही बारिश की वजह से नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा है। भारी बारिश ने अब तबाही मचानी शुरू कर दी है। मानसून की बरसात से प्रमुख नदी गंगा, अलकनंदा, मंदाकिनी और पिंडर समेत तमाम नदियां ऊफान पर आ गई हैं। नदियों का जल स्तर बढ़ने से उसके किनारे रहने वाले लोगों की मुसीबतें भी बढ़ गई हैं। भारी बारिश के कारण राज्य के कुल 28 मार्गों में इस समय यातायात अवरुद्ध है। वहीं नदियों के किनारे बसे लोगों को प्रशासन द्वारा सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा रहा है। मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में अगले 72 घंटे का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
भारी के चलते रुद्रप्रयाग में अलकनंदा व मंदाकिनी का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया। प्रशासन ने रुद्रप्रयाग व श्रीनगर में नदी किनारे रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए अलर्ट किया। ऋषिकेश में भी गंगा का जलस्तर बढ़ने से सतर्कता बरती जा रही है। प्रदेशभर में लगातार हो रही बारिश के बाद प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है। नदियों के उफान पर आने से बाढ़ जैसे हालात हो सकते हैं। वहीं दूसरी ओर, मौसम विभाग ने भी अगले 72 घंटों तक नैनीताल, रुद्रप्रयाग, चमोली, पिथौरागढ़ आदि जिलों में बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।
पिथौरागढ़ और चमोली जैसे सीमांत जिलों के साथ ही ऋषिकेश जैसे इलाकों में भी नदियां उफान पर बह रही हैं। भारी बारिश के चलते पिछले कुछ दिनों से लगातार मुश्किलों का दौर बना हुआ है। पिथौरागढ़ में शुक्रवार को घाट नेशनल हाईवे ठप रहने की खबर थी, तो चमोली में बद्रीनाथ नेशनल हाईवे पर यातायात प्रभावित होने की। नदियों के उफान पर बहने के वीडियो जो वायरल हो रहे हैं, उनमें कहीं पेड़ तो कहीं दुकानें ज़द में दिख रही हैं।
पिथौरागढ़ में चीन सीमा से लगे करीब 80 गांव अलग थलग पड़ गए हैं। गंगा सहित कई नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। नदियों और नालों में पानी बढ़ने से लोगों के घरों में पानी घुस रहा है। बदरीनाथ हाईवे जगह-जगह भूस्खलन होने से बंद है। ऋषिकेश सहित कई स्थानों पर बारिश का पानी लोगों के घरों में घुस गया है। घरों में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने में जुटे हैं।