कोरोना संकट में कुंभः गाड़ियों की एंट्री नहीं, होटलों में ये व्यवस्था

उत्तराखंड घूमने जाने के लिए प्लान बना रहे या बना चुके लोगों के लिए झटका देने वाली खबर है।

Update:2021-04-01 14:30 IST

सोशल मीडिया से फोटो

नई दिल्ली : हरिद्वार में कुंभ मेले की विधिवत शुरुआत हो गई है। कुंभ मेला 1 अप्रैल से शुरू होकर 30 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान तीन शाही स्नान होने हैं। 12 अप्रैल से 14 अप्रैल और 27 अप्रैल को शाही स्नान होंगे। वहीं एक शाही स्नान 11 मार्च को पहले ही संपन्न हो चुका है। दो शाही स्नान एक दिन के अंतराल पर पड़ रहे हैं। फिर धीमी अनलॉक की प्रक्रिया के बाद घूमने-फिरने का प्लान बनाने वालों के लिए अब फिर से बंदिशें लगनी शुरू हो गई है। उत्तराखंड घूमने जाने के लिए प्लान बना रहे या बना चुके लोगों के लिए झटका देने वाली खबर है।

गाइडलाइंस और प्रोटोकॉल 

कोरोनावायरस के मामलों में भयंकर तेजी आने के बाद कई हर राज्य ने अपने यहां गाइडलाइंस और प्रोटोकॉल को लेकर सख्ती शुरू कर दी है। उत्तराखंड सरकार ने भी कुंभ मेले के दौरान कोविड को लेकर सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। खासकर राज्य की सीमा जिन दूसरे राज्यों से लगती है, वहां से आने वालों को लेकर ज्यादा सख्ती दिखाई जा रही है।

जानकारी है कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल से लगी राज्य की सीमाओं पर गुरुवार से कोविड रिपोर्ट अनिवार्य कर दी गई है। अब इन सीमाओं से राज्य में प्रवेश कर रहे लोगों को कोविड की निगेटिव रिपोर्ट दिखाना अनिवार्य होगा।

राज्य का पर्यटन भी प्रभावित-बुकिंग रद्द

बढ़ते कोविड के मामलों के चलते राज्य का पर्यटन भी प्रभावित हो रहा है। कॉर्बेट पार्क और नैनीताल सहित कई पर्यटन स्थलों का कारोबार प्रभावित हुआ है। यहां होटलों की 40 फीसदी बुकिंग के रद्द होने की भी खबर है, जिससे पर्यटन क्षेत्र हिट होता दिख रहा है। बता दें कि अभी पिछले हफ्ते उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत खुद भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।

ट्रैफिक प्लान जारी

मेला पुलिस द्वारा शाही स्नानों को ध्यान में रखकर ट्रैफिक प्लान जारी किया गया है। 8 अप्रैल से 15 अप्रैल तक प्रभावी रहने वाले ट्रैफिक प्लान के तहत शहर में किसी भी वाहन को नहीं आने दिया जाएगा। कुंभ स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के हरिद्वार पहुंचने की संभावना को देखते हुए मेला पुलिस ने यातायात नियंत्रण और भीड़ नियंत्रण के लिए और भीड़ नियंत्रण के लिए ट्रैफिक प्लान बनाया है।

इसके मुताबिक शहर में किसी भी तरह के वाहनों को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। बड़े और छोटे दोनों वाहनों को प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। बड़े और छोटे दोनों वाहनों के लिए यह प्लान लागू होगा। हालांकि यात्रियों की सुविधा के लिए शटल बसें भी चलाने का प्लान बनाया गया है।

ट्रैफिक प्लान

दिल्ली, मेरठ, मुजफ्फरनगर की ओर से आने वाले बड़े वाहन मंगलौर एवं रुड़की मैटाडोर तिराहा से लक्सर रोड, सुल्तानपुर फेरुपुर से मातृसदन होकर दक्षद्वीप पार्किंग में जाएंगे. यह वाहन सिंह द्वार से बहादराबाद-रुड़की होकर वापस जा सकेंगे। इस मार्ग पर यातायात का दवाब ज्यादा होने पर वाहन वाहनों को मेरठ, मवाना, बिजनौर अथवा मुजफ्फरनगर, जानसठ, मीरापुर, बिजनौर, नजीबाबाद रोड से लाकर गौरीशंकर पार्किंग पर भी पार्क कराया जाएगा और इसी मार्ग से से इनको वापस भेजा भी जाएगा. वहीं छोटे वाहनों को लक्सर रोड के लिए डायवर्ट किया जाएगा।

सहारनपुर की ओर से आने वाले बड़े और छोटे वाहनों को बड़कला, छुटमलपुर, गागलहेड़ी से भगवानपुर होते हुए ईमलीखेड़ा, धनौरी पुल पार कर करते हुए कांवड़ पटरी से का काली माता तिराहे के सामने से बीएचईएल तिराहे से सलेमपुर पिकेट मोड़ से राजा बिस्कुट तिराहे से सिडकुल मार्ग किरबी चौराहे से चिन्मय डिग्री कॉलेज से शिवालिक नगर तिराहे, बीएचईएल मध्य मार्ग से लाकर सेक्टर-04 पीठ के पीछे एवं फाउंड्री गेट के सामने से दाहिने मोड़कर धीरवाली पार्किंग में पार्क कराया जाएगा। इन वाहनों की वापसी शिवालिक नगर तिराहा से बैरियर नं. 6, ख्याति ढाबे से बोंगला बाईपास से रुड़की राजमार्ग- 58 से होकर कराई जाएगी. नजीबाबाद और कोटद्वार मार्ग से आने वाले बड़े वाहन और छोटे वाहनों को नजीबाबाद-हरिद्वार मार्ग से आने वाले सभी प्रकार के बड़े वाहन 4.2 किमी से गौरीशंकर से से नीलधारा पार्किंग में लाए जाएंगे। इन वाहनों की कोटद्वार से एंट्री कराई जाएगी। देहरादून ऋषिकेश मार्ग से आने वाले वाहनों को दूधियाबंध कृषि भूमि पर बनी पार्किंग पर पार्क कराया जाएगा।




इस पार्किंग के भर जाने पर देहरादून, ऋषिकेश की तरफ से आने वाली सभी बड़ी गाड़ियों को मोतीचूर रेलवे फाटक के पास मोतीचूर-रोह पर बनी पार्किंग में पार्क किया जाएगा। जबकि छोटे वाहनों को हरिपुर कलां मार्ग होकर सप्तऋषि आश्रम के सामने सप्तऋषि पार्किंग स्थल पर पार्क कराया जाएगा। इनकी वापसी पुरानी भूपतवाला चौकी से दाहिने मुड़कर मुख्य मार्ग से होगी। दिल्ली रूट से आने वाले रोडवेज की बसों को पुरकाजी के पास से लक्सर रोड के लिए डायवर्ट किया जाएगा। ये वाहन लक्सर मार्ग से हरिद्वार के पास तक पहुंच सकेंगे।

अस्थाई बस अड्डे पर पार्क 

सहारनुपर से आने वाली रोडवेज की बसों को छुटमलपुर, गागलहेड़ी से भगवानपुर होते हुए ईमलीखेड़ा, धनौरी पुल से धीरवाली पार्किंग में बने अस्थाई बस अड्डे पर पार्क कराया जाएगा। नजीबाबाद कोटद्वार मार्ग से आने वाली रोडवेज बसों को 4.2 किमी से गौरीशंकर के पार्किंग में भेजा जाएगा। ऋषिकेश देहरादून की ओर से आने वाली उत्तराखंड और हिमाचल राज्य परिवहन की बसों को दूधाधारी चौक से मोतीचूर रेलवे स्टेशन के पास बने निर्धारित पार्किंग स्थल पर पार्क कराया जाएगा। हरिद्वार शहर में दो और तीन पहिया वाहनों को शहर के अंदर किसी भी सूरत में घुसने नहीं दिया जाएगा। 

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