Pulkit Arya Factory Fire: अंकिता भंडारी मर्डर केस, कहीं साक्ष्य मिटाने की साजिश तो नहीं है आग
Pulkit Arya Factory Fire: अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में शुरु से ही साक्ष्य मिटाने का आरोप लग रहे हैं। आज फिर मुख्य आरोपी पुलकित आर्य से जुड़ा हुआ मामला सामने आया है।
Pulkit Arya Factory Fire: उत्तराखंड के चर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में शुरू से ही साक्ष्य मिटाने के आरोप लग रहे हैं। पहले रिजॉर्ट पर बुलडोजर चलवाकर साक्ष्य नष्ट करवाने का आरोप लगा था अब अंकिता भंडारी हत्याकांड के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य की फैक्ट्री में भीषण आग लग गई है। आग किन कारणों से लगी। यह अभी स्पष्ट नहीं हो पाया है। लेकिन यह फैक्ट्री वनंतरा रेजॉर्ट से लगी हुई है। जिसके चलते एक बार फिर अग्निकांड में साजिश को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
जानकारों का कहना है कि साक्ष्य मिटाने के लिये पुलकित आर्य की फैक्ट्री में यह आग लगाई गई है या फिर आग लगने की वजह कुछ और है इसकी गंभीरता से छानबीन जरूरी है क्योंकि जिस फैक्ट्री में आग लगी है। उस क्षेत्र को एसआईटी ने घटना के बाद में सील कर दिया था। जब सील कर दिया था तो फैक्ट्री के अंदर क्या चल रहा था कि आग लग गई। इसलिये इस बात की आशंका है कि कहीं साक्ष्य मिटाने की कोशिश तो नहीं की जा रही थी।
आरोपी पुलकित आर्य की जिस फैक्ट्री में आग लगी है वह फैक्ट्री स्वदेशी आयुर्वेद के नाम से जानी जाती थी। पुलकित की यह फैक्टी उनके रिजॉर्ट के पास में ही थी। अंकिता हत्याकांड मामले में एसआईटी डीआईजी पी रेणुका देवी के नेतृत्व में एसआईटी की टीम जांच कर रही है।
गौरतलब है कि यह पूरा मामला इसी साल 2022 के सितंबर महीने के गढ़वाल जिले का है। पुलकित आर्य के रिजॉर्ट में ही अंकिता भंडारी रिशेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी। लेकिन अंकिता रिजॉर्ट से 18 सितंबर को रहस्यमय तरीके लापता हो गई थी। जिसके बाद में पुलकित आर्य ने ही 18 सितंबर को पुलिस में अंकिता के गायब होने की शिकायत दर्ज करवाई थी। 24 सितंबर को अंकिता भंडारी का शव ऋषिकेश के पास चिल्ला नहर से बरामद हुआ था। जिसके बाद अंकिता भंडारी हत्याकांड में पुलकित आर्य और उसके साथियों से संदिग्ध भूमिका के आधार पर पूछताछ की गयी। पूंछताछ में पता चला था पुलकित आर्य और उसके दो साथियों ने मिलकर ही अंकिता भंडारी की हत्या की है।