Reliance Jio 5G: चारधाम मंदिर परिसरों में जियो की 5जी सर्विस लॉन्च
Reliance Jio 5G: देवभूमि उत्तराखंड के चारधाम- बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिर परिसरों में, रिलायंस जियो ने अपनी ट्रू 5जी सर्विस शुरु कर दी है। बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के पावन अवसर पर जियो की 5जी सर्विस लॉन्च की गई।
Reliance Jio 5G: बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने रिलायंस जियो की 5जी सर्विस का उद्घाटन किया। उद्घाटन के मौके पर बीकेटीसी के उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सीईओ योगेंद्र सिंह, मंदिर के मुख्य पुजारी ईश्वर प्रसाद नंबूदरी और जियो के राज्य स्तरीय अधिकारी मौजूद थे। जियो 5जी लॉन्च के मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक वीडियो संदेश में कहा,” रिलायंस जियो ने उत्तराखंड के चारधाम परिसर में अपनी 5जी सेवाओं की शुरुआत की है।
चारधाम यात्रा के प्रारंभ में ही 5जी सेवाएं शुरु करने के लिए और राज्य के डिजिटल परिदृश्य में बदलाव लाने के लिए मैं जियो को बधाई व धन्यवाद देता हूं। “इस सुविधा से प्रदेश के और देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले लाखों तीर्थयात्री हाई स्पीड डेटा नेटवर्क का लाभ उठा सकेंगे। चारधाम में सफल 5जी सेवाओं के प्रारंभ के साथ ही जियो न केवल मुख्य शहरों बल्कि राज्य के दूर-दराज के धार्मिक स्थलों पर भी 5जी सेवाएं प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता पर खरा उतरा है।
इसके साथ ही जियो के मजबूत डेटा नेटवर्क की मदद से चारधाम यात्रा के दौरान आपदा प्रबंधन, सर्विलांस और रियल टाइम बेसिस पर यात्रा की निगरानी की जा सकेगी। राजधानी देहरादून से लेकर भारत-तिब्बत सीमा पर उत्तराखंड के पहले भारतीय गांव - माणा तक रिलायंस जियो की मौजूदगी दिखाई देती है। राज्य में जियो एकमात्र ऑपरेटर है, जिसका नेटवर्क सभी चारधामों में, केदारनाथ धाम के ट्रेक मार्ग पर और 13,650 मीटर की ऊंचाई पर स्थित श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा में भी उपलब्ध है।
लॉन्च पर जियो प्रवक्ता ने कहा, “चारधाम मंदिर परिसरों में जियो ट्रू 5जी की सर्विस शुरू करते हुए हम बेहद उत्साहित हैं। जियो ट्रू 5जी उत्तराखंड के लिए गेम चेंजर साबित होगा। छात्रों, नागरिकों के साथ आगंतुकों को यह नए अवसर उपलब्ध कराएगा। दिसंबर 2023 तक जियो उत्तराखंड के हर शहर, तहसील और तालुका तक अपना 5जी नेटवर्क पहुंचा देगा। उत्तराखंड को डिजिटाइज करने के हमारे प्रयासों में सहयोग के लिए हम मुख्यमंत्री जी के आभारी हैं। साथ ही हम चारधाम मंदिर प्रशासन को भी धन्यवाद करते हैं।”