लो हो गया नया साल! उत्तराखंड के सरकारी अस्पतालों में इलाज हुआ महंगा
नए साल के पहले दिन यानी सोमवार से प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में इलाज कराना महंगा हो जायेगा। सरकारी अस्पतालों में बेसिक सरचार्ज दस फीसद बढ़ाये जाने के शासनादेश के तहत इलाज महंगा होगा। साल 2010 में जारी शासनादेश के तहत हर साल एक जनवरी से सरकारी अस्प
देहरादून: नए साल के पहले दिन यानी सोमवार से प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में इलाज कराना महंगा हो जायेगा। सरकारी अस्पतालों में बेसिक सरचार्ज दस फीसद बढ़ाये जाने के शासनादेश के तहत इलाज महंगा होगा। साल 2010 में जारी शासनादेश के तहत हर साल एक जनवरी से सरकारी अस्पतालों में पंजीकरण व अन्य जांचों पर दस प्रतिशत की वृद्धि होती है। जांचों की दर नहीं बढ़ाये जाने को लेकर शासन स्तर पर इस मामले को लेकर मंथन जरूर हुआ लेकिन मरीजों को फिलहाल राहत नहीं मिलने वाली है।
- सरकारी अस्पतालों में मरीजों को अब ओपीडी की पर्ची बनाने के लिए पहले से ज्यादा पैसे खर्च करने पड़ेंगे।
- वहीं बीमारी के उपचार के लिए भर्ती होने वाले मरीजों को भी अधिक पैसा खर्च करना होगा।
- इसके अलावा रेडियोलाजी व पैथोलॉजी जांच के शुल्क में भी बढ़ोतरी होगी।
स्वास्य महानिदेशक डा. अर्चना श्रीवास्तव का कहना है कि नई दरें एक जनवरी से लागू होंगी। दून अस्पताल में शुल्क नहीं बढ़े हैं क्योंकि दून अस्पताल मेडिकल कालेज की श्रेणी में आता है। इसलिए वहां शासनादेश लागू नहीं होता जबकि अन्य सरकारी अस्पतालों में एक जनवरी से इलाज की नई दरें लागू होंगी।
नए शासनादेश से पंजीकरण शुल्क 19 से बढ़कर 21 रुपए हो गया है। अल्ट्रासाउंड 389 से बढ़ाकर 428 रुपए कर दिया गया है। इसी तरह एक्सरे-चेस्ट का शुल्क 136 की जगह 140 रुपए होगा। हीमोग्लोबिन की जांच 12 की जगह 13रुपए होगी। इसके अलावा ब्लड शुगरकी जांच 39 से 43 रुपए में होगी। ईसीजी 98 से बढ़ाकर 108 कर दिया गया है तथा भर्ती शुल्क 98 की जगह अब 108 देना होगा।