Uttarakhand News: उत्तराखंड में खतरा 36 ब्रिजों पर, सेफ्टी ऑडिट में पाए गए असुरक्षित
Uttarakhand News: ऑडिट में उत्तराखंड की सड़कों पर बने तीन दर्जन पुल आवागमन के लिए असुरक्षित पाए गए हैं।
Uttarakhand News: देश में एक से बढ़कर एक भीषण पुल हादसे हुए हैं, जिनमें सैंकड़ों लोगों की जानें गई हैं। गुजरात के मोरबी पुल हादसे की घटना इसका ताजा उदाहरण है। देश में अब भी ऐसे कई पुल हैं, जिनपर सफर करना मौत को दावत देने के समान है। मोरबी हादसे से सीख लेते हुए उत्तराखंड सरकार ने राज्य में पुलों का सेफ्टी ऑडिट कराया है। ऑडिट में उत्तराखंड की सड़कों पर बने तीन दर्जन पुल आवागमन के लिए असुरक्षित पाए गए हैं। इसके बाद लोक निर्माण विभाग इन पुलों पर वाहनों की आवाजाही को प्रतिबंधित करने जा रहा है।
उत्तराखंड सरकार ने प्रदेश में मौजूद कुल 3262 पुलों की जांच के निर्देश दिए थे। इसके बाद लोक निर्माण विभाग की ओर से राज्य के 13 जिलों में स्थित पुलों का मुख्य अभियंताओं के स्तर पर सेफ्टी ऑडिट कराया गया। अब तक 2518 पुलों की जांच की जा चुकी है। विभाग ने इन पुलों की सेफ्टी ऑडिट रिपोर्ट शासन को सौंप दी है। रिपोर्ट में 36 पुलों को आवागमन के लिए खतरनाक बताया गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, पौड़ी जिले में सर्वाधिक 16 पुल असुरक्षित पाए गए हैं। इसके बाद टिहरी में 8, यूएस नगर में पांच, हरिद्वार में तीन, रूद्रप्रायग, पिथौड़ागढ़, चमोली और राजधानी देहरादून में एक – एक पुल यातायात के दृष्टिकोण से खतरनाक पाए गए हैं। लोक निर्माण विभाग के प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने तत्काल रिपोर्ट में असुरक्षित बताए गए पुलों पर यातायात रोकने के निर्देश दिए हैं।
असुरक्षित पुलों को पुनः तैयार किया जाएगा
प्रमुख सचिव आरके सुधांशु ने बताया कि राज्य में जितने भी पुल असुरक्षित घोषित किए गए हैं। उनका फिर से निर्माण होगा। प्रदेश सरकार इन क्षतिग्रस्त एवं खतरनाक पुलों को एशियाई विकास बैंक (एडीबी) और विश्व बैंक जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं की मदद से पुनः तैयार करेगी।
सेतुओं का भी किया गया ऑडिट
पुल के अलावा नेशनल हाईवे पर बने 334 सेतुओं में से 179 का भी सेफ्टी ऑडिट किया गया। इनमें से रूद्रप्रयाग जिले के अंतर्गत आने वाले बेलनी नामक एक स्थान पर एक सेतु असुरक्षित पाया गया है। लोक निर्माण विभाग के चीफ इंजीनियर अयाज अहमद का कहना है कि बाकी बचे पुलों एवं सेतुओं का सेफ्टी ऑडिट दिसंबर के शुरूआती दिनों तक पूरा कर लिया जाएगा।