उत्तराखंड में पुष्कर राज 2.0: जानिए धामी और उनके 8 नए मंत्रियों को, कैसी है पूरी कैबिनेट
Uttarakhand Cabinet 2.0: उत्तराखंड में पुष्कर राज फिर से आ गया है। बीजेपी आलाकमान ने चुनाव हारने के बाद भी धामी पर फिर से भरोसा जताया है।
Uttarakhand Cabinet 2.0: पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) दूसरी बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री (Uttarakhand Chief Minister) बन गए हैं। आज दोपहर उन्होंने लगातार दूसरी बार सीएम पद की शपथ ली। उनके साथ आठ मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण किया। जिनमें सबसे वरिष्ठ सतपाल महाराज, प्रेमचंद अग्रवाल, गणेश जोशी, धन सिंह रावत, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य, चंदन राम दास, सौरभ बहुगुणा का नाम शामिल है। इसके साथ ही रितु खंडूरी को विधानसभा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
धामी भले ही विधानसभा का चुनाव हार गए हों लेकिन उनके 6 महीने के कार्यकाल को ध्यान में रखते हुए बीजेपी आलाकमान (BJP High Command) ने एक बार फिर से उन पर भरोसा जताया और अब उत्तराखंड (Uttarakhand) में पुष्कर राज (Pushkar Singh Dhami Government) फिर से आ गया है।
पुष्कर सिंह धामी को जानिए?
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में जन्मे पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami Wikipedia) का जन्म 16 सितंबर 1975 को हुआ था। धामी इंटरमीडिएट की पढ़ाई करने के बाद लखनऊ यूनिवर्सिटी आ गए और यहां से स्नातक और एलएलबी की पढ़ाई की। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपनी राजनीति की शुरुआत 1990 से की। इसके बाद वह दो बार भारतीय जनता युवा मोर्चा (Bharatiya Janata Yuva Morcha) के अध्यक्ष बने और स्थानीय युवाओं के लिए उद्योगों में नौकरियों के आरक्षण के लिए आंदोलन किया।
पूर्व सीएम कोश्यारी के OSD थे
उत्तराखंड में इतिहास बनाने वाले पुष्कर सिंह धामी एक समय में पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी के विशेष कार्य अधिकारी यानी ओएसडी थे। 2001 में जब भगत सिंह कोश्यारी मुख्यमंत्री बने तो धामी उनके ओएसडी हुआ करते थे। इसके बाद 2002 से 2008 तक धामी उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के अध्यक्ष रहे। 2012 में पहली बार और 2017 में दूसरी बार वह विधायक बने। जुलाई 2021 में दो मुख्यमंत्री बदले जाने के बाद तीसरे मुख्यमंत्री के तौर पर उनका नाम सामने आया। वह 45 वर्ष की आयु में उत्तराखंड के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने। जिसके बाद 2022 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उत्तराखंड से लेकर दिल्ली तक हुई बैठक में एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके नाम पर मुहर लगा दी।
मंत्रियों को जानिए?
1- सतपाल महाराज धामी (Satpal Maharaj Dhami) कैबिनेट में सबसे उम्रदराज और वरिष्ठ मंत्री हैं, सतपाल महाराज नेता के साथ ही कथावाचक भी हैं, उनकी उम्र 70 साल है और वह चौबट्टाखाल से जीत कर आए हैं, उनकी कुल संपत्ति 87.34 करोड़ है, उन्होंने कांग्रेस के केसर सिंह को 11430 वोटों से हराया था।
2- प्रेमचंद अग्रवाल (Premchand Aggarwal) ऋषिकेश विधानसभा से चुनाव जीत कर आए हैं, उन्होंने परास्नातक तक पढ़ाई की है उनकी कुल संपत्ति 5 करोड़ से ज्यादा है, कांग्रेस के जयेंद्र रमोला को 19 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था। प्रेमचंद अग्रवाल पिछली बार विधानसभा के अध्यक्ष थे इस बार उन्हें धामी कैबिनेट में शामिल किया गया है।
3- गणेश जोशी (Ganesh Joshi) मसूरी विधानसभा से चुनाव जीत कर आए हैं, उनकी उम्र 64 साल है, उन्होंने 10वीं तक पढ़ाई की है। उनकी कुल संपत्ति 9.74 करोड़ है, गणेश जोशी का प्रमुख पेशा व्यापार और किसानी है, उन्होंने कांग्रेस की गोदावरी थापली को 15000 से ज्यादा वोटों से हराया था।
4- धन सिंह रावत (Dhan Singh Rawat) श्रीनगर विधानसभा से चुनाव जीत कर आए हैं, उनकी उम्र 52 साल है। उन्होंने पीएचडी कर रखी है,उनकी संपत्ति की बात करें तो उन्होंने जो हलफनामा दिया है उसके मुताबिक 2.7 करोड़ है, धन सिंह रावत ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल से महज 587 वोटों से जीते हैं।
5- धामी कैबिनेट पर सिर्फ एक महिला मंत्री रेखा आर्य (Rekha Arya) सोमेश्वर से चुनाव जीत कर आई हैं, उनकी उम्र 43 साल है। उन्होंने परास्नातक तक पढ़ाई की है, उनकी संपत्ति कुल 25.20 करोड़ का है, उनका मुख्य पेशा व्यापार है, पिछली सरकार में वह महिला कल्याण और बाल विकास मंत्री थी।
6- सुबोध उनियाल (Subodh Uniyal) नरेंद्र नगर से चुनाव जीत कर आए हैं उनकी उम्र 61 साल है, उनियाल परास्नातक तक किया है, उनकी संपत्ति 1.61 करोड़ है, सुबोध उनियाल ने कांग्रेस के ओम गोपाल को 1798 वोटों से हराया था वह पिछली बार कृषि मंत्री थे।
7- चंदन राम दास (Chandan Ram Das) पहली बार मंत्री बने हैं, वह बागेश्वर से चुनाव जीत कर आए हैं, उनकी उम्र 63 साल है, दास स्नातक तक की पढ़ाई की है और उनकी संपत्ति 1.24 करोड़ है। वह लगातार चौथी बार विधायक बने हैं। बीते चार दशक से राजनीति में सक्रिय चंद्र रामदास सबसे गरीब मंत्रियों में शामिल हैं।
8- सौरभ बहुगुणा (Saurabh Bahuguna) उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बेटे हैं। वह सितारगंज से विधायक हैं, उनकी उम्र 43 साल है। उन्होंने एलएलबी किया है। बहुगुणा की संपत्ति 7.85 करोड़ है। उन्होंने कांग्रेस के नवतेज पाल को 10938 वोटों से हराया था।
मंत्रिमंडल में पुराने नए चेहरों का मिश्रण
पुष्कर सिंह धामी कैबिनेट (Uttarakhand Cabinet) में पुराने पांच मंत्रियों को फिर से शामिल किया गया है। पिछली सरकार में विधानसभा अध्यक्ष रहे प्रेमचंद अग्रवाल भी मंत्री बने हैं। नए चेहरे की बात करें तो पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के बेटे सौरभ भगोड़ा पहली बार मंत्री बने हैं। इसके साथ ही चंदन रामदास को भी कैबिनेट में शामिल किया गया है। जिन पांच मंत्रियों को इस बार शामिल किया गया है उनमें सतपाल महाराज, धन सिंह रावत, गणेश जोशी, सुबोध उनियाल, रेखा आर्य शामिल हैं। इसके साथ ही 2 बड़े नेता चुनाव से पहले बीजेपी छोड़कर चले गए थे उनमें यशपाल आर्य और हरक सिंह रावत है।
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